Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Webqoof Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Manipur में मैतेई लड़की की हत्या का बताकर वायरल है 1 साल पुराना वीडियो

Manipur में मैतेई लड़की की हत्या का बताकर वायरल है 1 साल पुराना वीडियो

वीडियो 2022 से इंटरनेट पर है, जब मणिपुर में चल रही हालिया हिंसा की शुरुआत भी नहीं हुई थी

सिद्धार्थ सराठे
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>मणिपुर हिंसा से जोड़कर वायरल है वीडियो</p></div>
i

मणिपुर हिंसा से जोड़कर वायरल है वीडियो

फोटो : Altered by Quint Hindi

advertisement

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें देखा जा सकता है कि बीच सड़क पर सेना जैसी वर्दी में दिख रहे कुछ लोग महिला के साथ पहले मारपीट करते हैं, फिर उसपर फायरिंग कर देते हैं.

दावा : वीडियो को सोशल मीडिया पर मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) से जोड़ सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रही महिला कूकी हिंदू समुदाय से है और इसके साथ हो रहे सुलूक में ईसाई महिलाएं भी शामिल हैं.

दावा करते पोस्ट के अर्काइव यहां, यहां और यहां देखें.

क्या दावा सच है ? : नहीं, वायरल वीडियो दिसंबर 2022 से ही इंटरनेट पर उपलब्ध है, तो जाहिर है ये मणिपुर में मई 2023 से भड़की हिंसा से जुड़ा नहीं है. 2022 की मीडिया रिपोर्ट्स में वीडियो को म्यांमार का बताया गया है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें म्यांमार के सागांग क्षेत्र में ऐ मार तुन नाम की 24 वर्षीय टीचर को इस शक में गोली मार दी गई कि वो जुंटा यानी मणिपुर सरकार तक कुछ सूचनाएं पहुंचा रही थी.

हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल लैंस के जरिए रिवर्स सर्च करने पर हमें दिसंबर 2022 के कुछ सोशल मीडिया पोस्ट और रिपोर्ट्स में यही वीडियो मिला.

Burma News International की रिपोर्ट में महिला की पहचान ऐ मार तुन के रूप में की गई है, जिसने सरकार के विरोध में चल रहे आंदोलन (CDM) में हिस्सा नहीं लिया था.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
  • नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट (NUG) ने बयान जारी कर कहा था कि अगर पीपुल्स डिफेंस फोर्स (PDF) का कोई भी सदस्य महिला की हत्या के मामले में दोषी पाया जाता है, तो उसे सजा दी जाएगा.

  • सरकार की तरफ से ये बयान महिला की हत्या के 2 वीडियो वायरल होने के बाद आया था. रिपोर्ट्स में वीडियो को जून 2022 का बताया गया है.

असमिया भाषा के अखबार Amar Asom में भी वीडियो के विजुअल्स को मणिपुर का बताकर शेयर किया गया था. हालांकि, अखबार के एडिटर इन चीफ मनोज गोस्वामी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर स्पष्ट किया था कि मणिपुर का बताकर फोटो गलत प्रकाशित हो गई.

कैप्शन में मनोज गोस्वामी के ट्वीट का अंग्रेजी अनुवाद है

फोटो : स्क्रीनशॉट/फेसबुक

मणिपुर वायरल वीडियो : मणिपुर हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसने सभी को चौंका दिया. वीडियो में पुरुषों की भीड़ दो महिलाओं को बंधक बनाकर ले जा रही है. महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रही हैं पर उन्हें मदद नहीं मिली. वीडियो में महिलाओं को प्रताड़ित करती भीड़ कथित तौर पर मैतेई समुदाय से और पीड़ित महिलाएं कुकी समुदाय से हैं.

निष्कर्ष : मतलब साफ है, सोशल मीडिया पर म्यांमार के वीडियो को मणिपुर हिंसा से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.

((अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT