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सोशल मीडिया पर बच्चों के ग्रुप का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो के साथ दावा किया किया जा रहा है कि कोलकाता पुलिस ने राजा बाजार से 63 मदरसे के बच्चों को गिरफ्तार किया है. साथ ही ये दावा किया जा रहा है कि इन मदरसों में बच्चों को आतंकवादी बनने की ट्रेनिंग दी जा रही थी. इस वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर कई यूजर्स शेयर कर रहे हैं.
वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत है. पहली बात, ये हाल का वीडियो नहीं है, बल्कि साल 2015 की एक घटना का है. दूसरा, इन बच्चों को न तो पुलिस ने गिरफ्तार किया और न ही उन्हें आतंकवादी बनने की ट्रेनिंग दी जा रही थी.
ये वीडियो साल 2015 में भी वायरल हुआ था, जिसमें एक यूजर ने बिल्कुल यही दावा किया था.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, बच्चों के ग्रुप का ये वीडियो कोलकाता के सियालदह रेलवे स्टेशन का है. अगस्त 2015 में बिहार के अलग-अलग हिस्सों से आए बच्चों को पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर रोक दिया था. ये बच्चे पुणे के मदरसा जा रहे थे. इनके पास जरूरी दस्तावेजों की कमी के चलते पुलिस ने सियालदह रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें हिरासत में लिए जाने के बाद शेल्टर होम भेज दिया गया. लेकिन इसके बाद शहर के सियालदह और राजा बाजार इलाकों में विरोध प्रदर्शन के कारण जल्द ही रिहा कर दिया गया.
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