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सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है जिसमें एक शख्स के साथ भीड़ मारपीट करती दिख रही है. इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो पश्चिम बंगाल का है. साथ ही यह दावा भी किया जा रहा है कि अगर हिंदू अब भी नहीं जागे तो इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी.
यह दावा ऐसे समय में वायरल हो रहा है जब पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा की कई घटनाओं की खबरें आई हैं.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि यह वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं, बल्कि मुजफ्फरनगर का है. वीडियो में जिस शख्स की पिटाई होती दिख रही है उसकी पहचान बिजली का काम करने वाले लाइनमैन अनुज कुमार के तौर पर हुई है. उसने अपने सीनियर की अनुमति के बिना घर के अंदर केबल रिपेयर करने से इनकार कर दिया था, जिस वजह से उसकी पिटाई कर दी गई.
वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, “बंगाल में आज जो हो रहा है वो आने वाले 20/25 सालों में सम्पूर्ण भारत में होगा और इसीलिए सारे हिंदुत्ववादी दिनरात सोये हुए हिंदुओं को जगाने का प्रयास कर रहे है| जागो हिंदू जागो |”
हमने वीडियो को Invid गूगल क्रोम एक्सटेंशन का इस्तेमाल करके कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से हर फ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें एक ट्वीट मिला जिसमें ये बताया गया था कि ये वीडियो मुजफ्फरनगर का है.
हमने ट्वीट पर किए गए कमेंट्स को ध्यान से देखा और पाया कि मुजफ्फनगर पुलिस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी थी और लिखा था कि भोपा पुलिस स्टेशन में इस मामले में 7 लोगों के खिलाफ नामजद और 10-12 अज्ञात लोगों पर IPC की संबंधित धाराओं के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज की गई है. इस कमेंट में आगे ये भी बताया गया है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
हमने मामले की जांच करने वाले अधिकारी संजय राघव से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि ये विवाद सीकरी गांव में हाल ही में हुआ है.
उन्होंने बताया कि लाइनमैन खराब बिजली लाइन को ठीक करने के लिए सीकरी गया था. उसने गांव के एक घर में इलेक्ट्रिकल बोर्ड के जेई की अनुमति के बिना केबल रिपेयर करने से इनकार कर दिया था.
हमने घटना से जुड़े संबंधित कीवर्ड सर्च करके देखे और हमें Amar Ujala का एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल के मुताबिक लाइनमैन अनुज के साथ वहां दो और लाइनमैन गए थे जिनके नाम योगेश और रहतू हैं. घटनास्थल से भागकर उन्होंने इमरजेंसी पुलिस लाइन (112) पर कॉल करके घटना की सूचना दी थी. अनुज के कपड़े फाड़ दिए गए थे और उसे गंभीर चोटें आई थीं.
हमें Jagran पर भी इस घटना से जुड़ी एक रिपोर्ट मिली. जिसके मुताबिक पावर स्टेशन में काम कर रहे लोगों में इस घटना की वजह से गुस्सा है. एसएचओ दीपक चतुर्वेदी ने कहा कि पुलिस 10 से 12 अज्ञात फरार लोगों की तलाश में क्षेत्र के सभी घरों की तलाशी ले रही है.
मतलब साफ है कि यूपी का वीडियो पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा का बताकर शेयर किया जा रहा है.
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