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कानपुर हिंसा से जोड़कर वायरल हो रहा महाराष्ट्र का 2 साल पुराना वीडियो

इस वीडियो को 2020 में भी कोविड-19 लॉकडाउन से जुड़े झूठे दावे से शेयर किया गया था.

अभिलाष मलिक
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>कानपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है इस वीडियो का.</p></div>
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कानपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है इस वीडियो का.

(फोटो: Altered by The Quint)

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उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) का बताकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में पुलिस कुछ लोगों को लाठी से पीटती दिख रही है.

भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) ने पैंगबर मुहम्मद साहब पर टिप्पणी की थी, जिसके विरोध में कानपुर में मुस्लिम संगठनों ने बंद का आह्वान किया था और इसी दौरान हिंसा भड़क गई थी.

हालांकि, हमने पाया कि वायरल वीडियो कानपुर का नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के ठाणे के मुंब्रा नाम की जगह का है. साल 2020 में मुंब्रा के कौसा, श्रीलंका में दो गुटों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया था.

दावा

वीडियो को शेयर कर एक फेसबुक यूजर ने लिखा, "आधी रात को कानपुर की गलियों से आती हुई ये उह, आह की आवाज़ को ही शास्त्रों में शुकुन कहा गया है".

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

कई यूजर्स ने वीडियो को इसी कैप्शन से शेयर किया है. इनमें से कुछ के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल कर, हमने वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से कुछ पर Google और Yandex पर रिवर्स इमेज सर्च किया.

Yandex पर मिले सर्च रिजल्ट में से हमें अप्रैल 2020 में पोस्ट किया गया यही वीडियो मिला. वीडियो के कैप्शन में इसे इंदौर का बताया गया था. हमें फेसबुक पर भी ऐसे ही पोस्ट मिले. इन पोस्ट में दावा किया गया था कि पुलिस ने उन पर लाठी चलाईं थीं, जिन्होंने कथित तौर पर कोरोना की जांच करने गए डॉक्टरों पर हमला किया था.

पोस्ट पर जाने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक/Altered by The Quint)

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यहां से क्लू लेकर, हमने गूगल पर "police lathi-charge on people in Indore during COVID-19 lockdown" कीवर्ड की मदद से सर्च किया और हमें फैक्ट चेकिंग वेबसाइट BOOM पर पब्लिश एक फैक्ट चेक स्टोरी मिली.

BOOM ने फैक्ट चेक में पाया था कि वीडियो इंदौर का नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के ठाणे में मुंब्रा का है और इसका कोविड लॉकडाउन से कोई संबंध नहीं है. मुंब्रा पुलिस थाने के एक पुलिस अधिकारी ने फैक्ट चेक ऑर्गनाइजेशन से पुष्टि की थी कि वीडियो मुंब्रा में श्रीलंका के कौसा इलाके का है. पुलिस ने लाठी चार्ज इसलिए किया था क्योकि दो गुटों में झगड़ा हो गया था.

इसके अलावा, हमें Hindustani Reporter नाम के एक यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मिला.

क्या हुआ था कानपुर में?

कानपुर में मुस्लिम संगठनों ने बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में शहर में बंद का आह्वान किया था. विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी और पथराव हो गया था.

पुलिस ने सोमवार, 6 जून तक करीब 29 लोगों को गिरफ्तार किया है. यूपी पुलिस ने सोमवार को कथित तौर पर हिंसा में शामिल 40 लोगों की तस्वीरें जारी कीं थीं और लोगों से अपील की थी कि इनके बारे में कोी जानकारी हो तो पुलिस को बताएं.

मतलब साफ है, की 2020 का वीडियो हाल में कानपुर में हुई हिंसा से जोड़कर झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

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