Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Webqoof Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करता ये शख्स नहीं है मुस्लिम, झूठा है दावा

पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करता ये शख्स नहीं है मुस्लिम, झूठा है दावा

ये फोटो एंटी मुस्लिम नैरेटिव के साथ शेयर की जा रही है, जबकि फोटो में मारपीट करते दिख रहे शख्स का नाम धर्मेंद्र है.

ऋजुता थेटे
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>फोटो एंटी मुस्लिम नैरेटिव से शेयर की जा रही है, जबकि मारपीट करते दिख रहे शख्स का नाम धर्मेंद्र है.</p></div>
i

फोटो एंटी मुस्लिम नैरेटिव से शेयर की जा रही है, जबकि मारपीट करते दिख रहे शख्स का नाम धर्मेंद्र है.

(फोटो: Altered by The Quint)

advertisement

सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की जा रही है जिसमें एक शख्स एक पुलिसकर्मी का जबड़ा पकड़े देखा जा सकता है. दावा किया जा रहा है कि फोटो में जोधपुर में एक मुस्लिम (Muslim) शख्स एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करता दिख रहा है.

हालांकि, फोटो असली है, लेकिन पुरानी है. साथ ही, ये दावा भी गलत है कि फोटो में दिख रहा शख्स मुस्लिम है.

हमने फोटो में दिख रहे शख्स शोभाराम से बात की, जिन्होंने बताया कि ये तस्वीर मई 2016 की है. ये फोटो तब खींची गई थी, जब पुलिस जोधपुर के घंटाघर बाजार वाले इलाके को खाली करने के लिए गई थी. घटना के बाद धर्मेंद्र नाम के शख्स ने उनके साथ मारपीट की थी.

दावा

फोटो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, ''भारत का डरा हुआ मुस्लिम एक पुलिसकर्मी के साथ.''

वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, ''18% पर ये हाल है, 30% पर क्या होगा?''

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करेंं

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

ऐसी ही और पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पड़ताल में हमने क्या पाया

फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें 4 जून 2020 की एक फेसबुक पोस्ट मिली.

इस पोस्ट में एक न्यूजपेपर की कटिंग थी, जिसमें इसी फोटो का इस्तेमाल किया गया था. न्यूजपेपर की कटिंग के मुताबिक, ये घटना जोधपुर में घंटाघर मार्केट की है.

2020 की एक पोस्ट, जिसमें वायरल फोटो के साथ न्यूजपेपर की कटिंग शेयर की गई थी.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

यहां से क्लू लेकर, हमने गूगल पर 'घंटाघर जोधपुर पुलिस पर हमला' कीवर्ड का इस्तेमाल कर सर्च किया. हमें Dainik Bhaskar पर 2016 में पब्लिश एक आर्टिकल मिला.

आर्टिकल के मुताबिक, ये घटना मई 2016 में हुई थी और आर्टिकल में पुलिसकर्मी की पहचान हेड कॉन्सटेबल शोभाराम के तौर पर की गई थी.

घटना में जिस पुलिसकर्मी पर हमला हुआ, उनका नाम शोभाराम है

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Dainik Bhaskar)

क्विंट ने हेड कॉन्सटेबल शोभाराम से संपर्क किया. शोभाराम वर्तमान में जोधपुर पुलिस में असिस्टेंट सब इंसपेक्टर हैं. उन्होंने हमें बताया कि फोटो शेयर कर जो दावे किए जा रहे हैं वो झूठे हैं. शोभाराम ने बताया कि:

घटना मई 2016 की है, तब घंटाघर के पास कुछ ठेले वालों से ठेला हटाने के लिए कहा गया था. जहां धर्मेंद्र नाम के एक ठेलेवाले ने मुझे गालियां दीं और मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी.

शोभाराम ने आगे बताया कि आरोपी मुस्लिम नहीं था और बाद में उसे इस घटना के लिए गिरफ्तार किया गया था.

मतलब साफ है 2016 में जोधपुर में हुए एक घटना की पुरानी फोटो को एंटी मुस्लिम नैरेटिव के साथ झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT