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Afghanistan के राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करते तालिबान का नहीं है ये वीडियो

Afghanistan के नाम पर शेयर हो रहा ये वीडियो Syria का है, जब 2015 में विद्रोहियों ने इदलिब शहर पर कब्जा कर लिया था.

अभिलाष मलिक
वेबकूफ
Updated:
<div class="paragraphs"><p>ये वीडियो Syria का हैं, Afghanistan का नहीं</p></div>
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ये वीडियो Syria का हैं, Afghanistan का नहीं

(फोटो: Altered by the Quint)

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सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कुछ लोग हवा में बंदूक चलाते और सड़कों पर 'अल्लाहु अकबर' के नारे लगाते दिख रहे हैं. वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो में Taliban को Afghanistan के काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करते हुए देखा जा सकता है.

ये दावा ऐसे समय में किया जा रहा है, जब तालिबान लड़ाके काबुल में घुस गए हैं और राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है. तालिबानी नेताओं की ओर से 'सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण' की बात के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी संकट की आग में जल रहे अफगानिस्तान को छोड़कर जा चुके हैं.

हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो मार्च 2015 का है और सीरिया के इदलिब का है. ये वीडियो तब शूट किया गया था जब राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार समर्थक बलों के कब्जे में रहे उत्तर-पश्चिमी शहर इदलिब पर सीरियाई विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया था.

दावा

वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा है, ''काबुल में राष्ट्रपति भवन पर तालिबान के नियंत्रण और अमेरिका के राजदूत के एयरपोर्ट जाने के बाद, तालिबान ने युद्ध जीत लिया है.'' दावे को '#breaking' कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस दावे को इसी कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इनके आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने वीडियो को ध्यान से देखने पर पाया कि वायरल वीडियो में अलग-अलग टाइम पर जो झंडा दिख रहा है वो अफगानिस्तान का नहीं, बल्कि सीरिया का है.

अफगानिस्तान और सीरिया के झंडों के बीच तुलना

(फोटो: Altered by The Quint)

हमने वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल कर वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से कुछ फ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा.

इसके अलावा, हमें Orient TV के यूट्यूब चैनल पर 29 मार्च 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो के कैप्शन में लिखा था, ''Unforgettable moments from the history of the Syrian revolution, the liberation of Idlib''.

(अनुवाद-सीरियाई क्रांति के इतिहास से अविस्मरणीय क्षण, इदलिब की मुक्ति."

Orient TV एक अरबी न्यूज चैनल है, जिस पर सीरिया से संबंधित न्यूज पब्लिश की जाती हैं.

वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें

(फोटो: स्क्रीनशॉट/यू्ट्यूब)

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कैप्शन से क्लू लेकर हमने 'the liberation of Idlib' कीवर्ड सर्च करके देखा, जिससे हमें 'DE3TNA' नाम के एक यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मिला.

इस यूट्यूब चैनल पर 'liberation of Idlib' (इदलिब की मुक्ति) के बारे में जानकारी देते हुए उसी जगह के और भी वीडियो अपलोड किए गए हैं.

इस चैनल पर 28 मार्च 2015 को अपलोड किए गए एक वीडियो का शीर्षक था, "Binnish City Coordination documents the first moments of the liberation of Hanano Square." (बिनिश सिटी कोऑर्डिनेशन ने हनानो स्क्वैयर की मुक्ति के पहले क्षण देखें). वायरल वीडियो को इस वीडियो के 1 मिनट 15 सेकंड से देखा जा सकता है.

हमें Al Jazeera पर इस घटना से संबंधित 2015 की एक न्यूज रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट का टाइटल था, ''सीरियाई विद्रोहियों ने संयुक्त आक्रमण कर किया इदलिब शहर पर कब्जा". इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो की क्लिप का भी इस्तेमाल किया गया था. France24 नाम की एक और वेबसाइट पर हमें इस घटना से संबंधित रिपोर्ट मिली.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(फोटो: Altered by The Quint)

हमें 2015 का एक ट्वीट भी मिला जिसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट इस्तेमाल किए गए थे. ट्वीट के कैप्शन में लिखा गया था, "#Syria: moment Islamist rebels reach the Hanano square in the south of #Idlib city."

(अनुवाद- वो पल जब इस्लामी विद्रोही इदलिब शहर के दक्षिण में हनानो स्क्वैयर तक पहुंच गए)

ये सच है कि तालिबान ने राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद, 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में घुसकर राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है, लेकिन ये वीडियो इस घटना से संबंधित नहीं है.

तालिबानी अधिकारियों के मुताबिक, वो "सत्ता के पूर्ण हस्तांतरण" की प्रतीक्षा कर रहे हैं. क्विंट अफगानिस्तान संकट को व्यापक रूप से कवर कर रहा है और अफगानिस्तान संकट से जुड़ी और भी स्टोरी आप यहां पढ़ सकते हैं.

मतलब साफ है कि सीरिया का एक पुराना वीडियो अफगानिस्तान का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है. न तो ये वीडियो हाल का है और न ही अफगानिस्तान का है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 17 Aug 2021,06:11 PM IST

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