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सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कुछ लोग हवा में बंदूक चलाते और सड़कों पर 'अल्लाहु अकबर' के नारे लगाते दिख रहे हैं. वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो में Taliban को Afghanistan के काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करते हुए देखा जा सकता है.
ये दावा ऐसे समय में किया जा रहा है, जब तालिबान लड़ाके काबुल में घुस गए हैं और राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है. तालिबानी नेताओं की ओर से 'सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण' की बात के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी संकट की आग में जल रहे अफगानिस्तान को छोड़कर जा चुके हैं.
हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो मार्च 2015 का है और सीरिया के इदलिब का है. ये वीडियो तब शूट किया गया था जब राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार समर्थक बलों के कब्जे में रहे उत्तर-पश्चिमी शहर इदलिब पर सीरियाई विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया था.
वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा है, ''काबुल में राष्ट्रपति भवन पर तालिबान के नियंत्रण और अमेरिका के राजदूत के एयरपोर्ट जाने के बाद, तालिबान ने युद्ध जीत लिया है.'' दावे को '#breaking' कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है.
हमने वीडियो को ध्यान से देखने पर पाया कि वायरल वीडियो में अलग-अलग टाइम पर जो झंडा दिख रहा है वो अफगानिस्तान का नहीं, बल्कि सीरिया का है.
हमने वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल कर वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से कुछ फ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा.
इसके अलावा, हमें Orient TV के यूट्यूब चैनल पर 29 मार्च 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो के कैप्शन में लिखा था, ''Unforgettable moments from the history of the Syrian revolution, the liberation of Idlib''.
(अनुवाद-सीरियाई क्रांति के इतिहास से अविस्मरणीय क्षण, इदलिब की मुक्ति."
Orient TV एक अरबी न्यूज चैनल है, जिस पर सीरिया से संबंधित न्यूज पब्लिश की जाती हैं.
इस चैनल पर 28 मार्च 2015 को अपलोड किए गए एक वीडियो का शीर्षक था, "Binnish City Coordination documents the first moments of the liberation of Hanano Square." (बिनिश सिटी कोऑर्डिनेशन ने हनानो स्क्वैयर की मुक्ति के पहले क्षण देखें). वायरल वीडियो को इस वीडियो के 1 मिनट 15 सेकंड से देखा जा सकता है.
हमें Al Jazeera पर इस घटना से संबंधित 2015 की एक न्यूज रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट का टाइटल था, ''सीरियाई विद्रोहियों ने संयुक्त आक्रमण कर किया इदलिब शहर पर कब्जा". इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो की क्लिप का भी इस्तेमाल किया गया था. France24 नाम की एक और वेबसाइट पर हमें इस घटना से संबंधित रिपोर्ट मिली.
हमें 2015 का एक ट्वीट भी मिला जिसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट इस्तेमाल किए गए थे. ट्वीट के कैप्शन में लिखा गया था, "#Syria: moment Islamist rebels reach the Hanano square in the south of #Idlib city."
(अनुवाद- वो पल जब इस्लामी विद्रोही इदलिब शहर के दक्षिण में हनानो स्क्वैयर तक पहुंच गए)
तालिबानी अधिकारियों के मुताबिक, वो "सत्ता के पूर्ण हस्तांतरण" की प्रतीक्षा कर रहे हैं. क्विंट अफगानिस्तान संकट को व्यापक रूप से कवर कर रहा है और अफगानिस्तान संकट से जुड़ी और भी स्टोरी आप यहां पढ़ सकते हैं.
मतलब साफ है कि सीरिया का एक पुराना वीडियो अफगानिस्तान का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है. न तो ये वीडियो हाल का है और न ही अफगानिस्तान का है.
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