advertisement
सोशल मीडिया पर AI से बने एंकर का एक वीडियो वायरल है, जिसमें पपीते (Papaya) के बीज को खाने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के दावे किए जा रहे हैं. दावे यहां तक हैं कि पपीते के बीज से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या (Sperm Count) बढ़ जाती है. क्विंट की फैक्ट चेकिंग टीम ने एक्सपर्ट्स से बात कर और कुछ साइंटिफिक रिसर्च खंगाल कर इन सभी दावों की पड़ताल की है.
क्या हैं दावे ? :
पपीते के बीज को शहद के साथ मिलाकर एक चम्मच खाने से पेट साफ रहता है.
पेट या गले का दर्द पपीते के बीज खाने से ठीक हो जाता है.
नींबू के रस में पपीते के बीज मिलाकर खाने से लीवर से जुड़ी सभी समस्याएं खत्म हो जाती हैं.
जिन पुरुषों में शुक्राणु की कमी है, या शुक्राणु बनते ही नहीं हैं, पपीते के बीज खाने से उनकी प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है. और फिर शुक्राणु की कमी कभी नहीं होती.
Doctorhelpai नाम के फेसबुक पेज से शेयर किए गए इस वीडियो को 32 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
ये वीडियो साल 2023 में Jeevan Ayurveda नाम के फेसबुक पेज से भी शेयर किया गया था, जहां इसे 23 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है,
क्या ये दावे सच हैं ? :
पपीते के बीज से पुरुषों की प्रजनन क्षमता (Sperm Count) बढ़ने का दावा निराधार है. इसके उलट कई स्टडी में ये सामने आया है कि पपीते के बीज से पुरुषों की प्रजनन क्षमता कम हो सकती है.
पपीते के बीज खाने से पेट साफ होने के दावे को आयुर्वेद के एक्सपर्ट्स सच मानते हैं.
नींबू के रस में पपीते के बीज मिलाकर खाने से लीवर से जुड़ी सभी समस्याएं खत्म होने का दावा सच नहीं है. दुनिया की शीष रिसर्च संस्थाओं की मानें तो लीवर की cirrhosis जैसी समस्याएं ऐसी हैं जिनका इलाज ही नहीं हो सकता, सिर्फ इनके खतरे को कम किया जा सकता है.
पपीते से गले का दर्द ठीक होने के पर्याप्त वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं. AYUSH मंत्रालय और अमेरिकी रिसर्च संस्थान CDC ने गले में दर्द से राहत के कई घरेलू उपाय बताए हैं, इनमें कहीं भी पपीते के बीज का जिक्र नहीं है.
पपीते के बीज को शहद के साथ मिलाकर एक चम्मच खाने से पेट साफ रहता है ?
ये दावा कितना सच है ? जानने के लिए हमने आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. ज्योति विस्वमभरन से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि ये सच है कि पपीते में पाए जाने वाले कुछ तत्व पेट साफ करने में मदद करते है.
हमें अमेरिकी सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर छपी एक पायलट स्टडी मिली. इस स्टडी में पेट की गैस संबंधी समस्या से जूझ रहे बच्चों को पपीते के सूखे बीज और शहद दी गई. स्टडी में सामने आया कि ये पेट की समस्या को ठीक करने में कारगर है और इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं.
पेट या गले का दर्द पपीते के बीज से ठीक होता है?
हमें ऐसी कोई पियर रिव्यू की गई स्टडी या एक्सपेरिमेंट नहीं मिला, जिससे पुष्टि होती हो कि पपीते के बीज से गले का दर्द ठीक होता है.
कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार के AYUSH मंत्रालय ने गले में दर्द से राहत को लेकर कुछ घरेलू दवाओं, आयुर्वेदिक उपचारों से जुड़ी गाइडलाइन जारी की थी. इस गाइडलाइन में हमें कहीं भी पपीते के बीज का जिक्र नहीं मिला.
हमने मुंबई के वोकहार्ड अस्पताल में नाक, कान गले (ENT) से जुड़ी समस्याओं की विशेषज्ञ डॉ. शीतल राडिया से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में पपीते के कई फायदे बताए गए हैं. पर गले में होने वाले दर्द के पीछे कई समस्याएं हो सकती हैं, जिनके लिए हो सकता है सिर्फ पपीते से इलाज करना काफी न हो.
अमेरिका की शीर्ष रिसर्च संस्था सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल (CDC) की वेबसाइट पर गले में दर्द से राहत के लिए कुछ घरेलू उपाय बताए गए हैं. यहां नमक के साथ गर्म पानी के गरारे करने, कुछ गर्म पीने, शहद लेने की सलाह दी गई है. लेकिन, कहीं भी पपीते के बीज का जिक्र नहीं है.
नींबू के रस में पपीते के बीज मिलाकर खाने से लीवर से जुड़ी सभी समस्याएं खत्म हो जाती हैं ?
दुनिया भर की रिसर्च संस्थाओं की वेबसाइट पर हमने लीवर की समस्याओं के इलाज से जुड़ी जानकारी चेक की, तो पता चला कि लीवर की कुछ समस्याओं में पपीते के बीज कारगर हो सकते हैं या नहीं, इसपर शोध चल रहे हैं. पर गौर करने वाली बात ये है कि लीवर से जुड़ी कई समस्याएं ऐसी हैं, जिनका इलाज पपीते के बीज से तो क्या किसी भी दवा या सर्जरी तक से संभव नहीं है, जैसे कि cirrhosis.
अमेरिका की सरकारी रिसर्च संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डायजेस्टिव एंड किडनी डिजीस (NIDDK) पर दी गई जानकारी के मुताबिक, cirrhosis होने पर इसे और खतरनाक होने से रोका जा सकता है पर इसका कोई इलाज नहीं है.
लीवर कैंसर के एक प्रकार hepatocellular carcinoma में चूहों पर किया गया गए शोध ये बताता है कि पपीते के बीज से निकलने वाले तत्व कारगर हो सकते हैं.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर छपी ये रिपोर्ट बताती है कि जिन चूहों को पपीते के बीज से निकलने वाला तत्व दिया गया, उनके कैंसर के चलते कम हो गए वजन में सुधार हुआ, तेजी से बढ़ते कैंसर की रफ्तार भी थोड़ी धीमी हुई.
हमने ग्लेनीगल्स अस्पताल में लीवर रोग और ट्रांसप्लांट के विशेषज्ञ डॉ. उदय संगलोडकर से संपर्क किया. उन्होंने कहा कि भले ही पपीते के बीज और नींबू के रस के कुछ स्वास्थ्य संबंधी फायदे हों, लेकिन इस बात के कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं हैं कि इससे लीवर की सारी समस्याएं सही हो जाती हैं.
पपीते के बीज खाने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है?
हमने इस दावे का सच जानने के लिए स्टडी खंगालनी शुरू कीं, तो पता चला कि सच दावे से ठीक उलट है. कई स्टडीज में सामने आया है कि पपीते के बीज से पुरुषों की प्रजनन क्षमता कम हो सकती है. अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन पर छपी रिपोर्ट के निष्कर्ष में यही बताया गया है.
हमने प्रजनन संबंधी समस्याओं की विशेषज्ञ डॉ. आवंतिका रामचंद्र से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि पपीते के कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ हो सकते हैं, लेकिन प्रजनन क्षमता के मामले में जो शोध हुए हैं, उनमें ये सामने आया है कि ये इस प्रजनन क्षमता कम कर सकता है.
(अगर आपक पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)