advertisement
जन अधिकार पार्टी (JAP) सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो रोते हुए दिख रहे हैं.
क्या है दावा?: वीडियो को अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि सीएम योगी का मजाक उड़ाने के बाद पप्पू यादव को पीटा गया.
हाल में ही पप्पू यादव नई दिल्ली के जंतर-मंतर में हो रहे रेसलर प्रोटेस्ट में शामिल हुए थे, जहां उन्हें यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के संसद में रोने का मजाक उड़ाता हुआ देखा गया था. ऐसे में ये वीडियो शेयर कर पप्पू यादव पर तंज किया जा रहा है.
सच क्या है?: वायरल हो रहा वीडियो हाल का नहीं, बल्कि 5 साल पुराना है.
साल 2018 में बिहार के मुजफ्फरपुर से गुजर रहे पप्पू यादव के काफिले पर हमला हुआ था.
तब पप्पू यादव मीडियाकर्मियों से बात करते हुए रो पड़े थे.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: हमने गूगल पर जरूरी कीवर्ड का इस्तेमाल कर गूगल पर चेक किया.
हमें क्विंट हिंदी के यूट्यूब हैंडल पर वीडियो का लंबा वर्जन मिला.
6 सितंबर 2018 को अपलोड किए गए वीडियो में पप्पू यादव अपने ऊपर हुए हमले के बारे में बताते हुए रोते हुए दिख रहे हैं.
डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, सवर्ण जातियों के भारत बंद के दौरा पप्पू यादव अपने काफिले के साथ नारी बचाओ यात्रा पर शामिल होने जा रहे थे. जहां प्रदर्शनकारियों ने उन पर हमला किया.
मामले से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स: हमें मामले से जुड़ी तब की कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं.
क्विंट हिंदी, ABP Live और Amar Ujala सहित कई न्यूज वेबसाइट ने तब इस घटना पर रिपोर्ट की थी.
क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक, जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के काफिले पर गुरुवार को बिहार के मुजफ्फरपुर के खबड़ा के पास कछ अज्ञात लोगों ने हमला किया था.
हाल में पप्पू यादव ने सीएम योगी पर कसा है तंज: पप्पू यादव 27 अप्रैल को दिल्ली में हो रहे पहलवानों के प्रोटेस्ट में शामिल होने पहुंचे थे, जहां उन्होंने सीएम योगी पर हमला बोलते हुए उनकी नकल उतारी थी. और कहा था कि सीएम योगी सदन में कैसे सबके सामने रो रहे थे.
निष्कर्ष: साफ है कि रोते हुए मीडियाकर्मियों से बात करते पप्पू यादव का 5 साल पुराना वीडियो हाल का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)