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पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है, जिसमें वो माइक्रोफोन में कुछ कहते दिख रहे हैं.
इस वीडियो में हरियाणा चुनाव में अलग-अलग पार्टियों की सीटों की संख्या और एक टेक्स्ट बैंड दिख रहा है, जिसमें लिखा है, "ऐसा नहीं होता, चुनाव आयोग और ईवीएम को पहले से सेट करना पड़ता है."
क्लिप में वो कहते हैं, "हमारी प्लानिंग इस तरह से नहीं होती. आपको लग सकता है कि हमने ये आखिरी समय पर किया है. ऐसा नहीं है. इस तरह की चीजें आयोजित करने के लिए विस्तार से प्लानिंग करनी होती है."
वीडियो को शेयर करने वालों ने इसे हरियाणा चुनाव में कांग्रेस द्वारा लगाए गए ईवीएम के छेड़छाड़ के आरोपों से जोड़ा है.
क्या ये सच है ? : नहीं. ये दावा झूठा है.
ये वीडियो साल 2019 का है. ये तब लिया गया था जब पीएम मोदी ने तब हो रहे आम चुनावों के प्रचार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इससे साबित होता है कि ये वीडियो हाल ही में हुए हरियाणा चुनाव के पहले का है.
क्लिप में, पीएम मोदी तब के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की प्लानिंग और मैनेजमेंट पर बात कर रहे थे.
हमें जांच में क्या मिला ? : सबसे पहले, हमने वीडियो को कई स्क्रीनशॉट्स में बांटा और उनमें से कुछ पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 17 मई 2019 को संसद टीवी के यूट्यूब पेज पर शेयर हुआ एक वीडियो मिला.
हमने प्रधानमंत्री की पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस सुनी और हमें कहीं ईवीएम का जिक्र नहीं मिला.
वेबकूफ टीम ने वायरल वीडियो के अंश को यूट्यूब वीडियो पर भी ढूंढने की कोशिश की.
वीडियो में 9:50 मिनट पर, पीएम मोदी ने देश में चुनाव मैनेजमेंट के बड़े स्तर पर किए जाने वाले कामों पर बात की. उन्होंने पत्रकारों से इस टॉपिक पर रिसर्च करने के लिए भी कहा.
करीब 10:35 मिनट पर, वो कहते हैं, "मेरी पहली मीटिंग मेरठ में थी, और आखिरी मध्य प्रदेश में. ये दोनों आपस में जुड़ी हुई हैं. 1857 की क्रांति का केंद्र मेरठ था. आज मैं मध्य प्रदेश गया, वहां के आदिवासी, भीमा नायक, जिन्होंने 1857 की लड़ाई का नेतृत्व किया, और उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई."
वीडियो में 10:59 मिनट पर, वायरल वीडियो वाला हिस्सा सुना जा सकता है, जिसमें वो कहते हैं, "इसका मतलब ये है कि हमारे कार्यक्रम मनमाने ढंग से नहीं होते. आपको लग सकता है कि हमने ये आखिरी समय पर किया है. ऐसा नहीं है. इस तरह की चीजें आयोजित करने के लिए विस्तार से प्लानिंग करनी होती है."
इसी तरह से, NDTV प्रॉफिट ने भी अपने यूट्यूब चैनल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस शेयर की है. इसमें 34:10 मिनट पर वायरल वीडियो वाले हिस्से को सुना जा सकता है.
उन्होंने चुनाव मैनेजमेंट और चुनावों के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं पर बात की, न कि ईवीएम पर.
संदर्भ: 2024 के हरियाणा चुनाव में हार के बाद, कांग्रेस ने नियमों के उल्लंघन और ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया. इन आरोपों को बीजेपी ने खारिज कर दिया और कांग्रेस को 'असंतुष्ट लूजर्स' बताया.
द क्विंट से बात करते हुए, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, "जब लोग चुनाव के नाम पर, वोटिंग के नाम पर होने वाली चीजों पर हैरान नहीं हो रहे हैं, तो जब हम इन गड़बड़ियों की ओर इशारा करते हैं, तब लोग हैरान क्यों होते हैं?"
निष्कर्ष : पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो इस झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि उन्होंने हरियाणा चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ की बात स्वीकार की है.
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