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देशभर में नागरिकता कानून और एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बीच, सोशल मीडिया पर एक दावा किया जा रहा है. एक वायरल फोटो के साथ दावा किया गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई थीं.
वायरल फोटो के साथ लिखा है, 'आज मोदी जी की पत्नी जसोदा बेन भी शाहीन बाग पहुंच गई 500 लेने...'
ये पोस्ट तब सामने आया है जब शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर विरोध के लिए विपक्षी पार्टियों से पैसे लेने के आरोप लग रहे हैं.
इस फोटो को इसी दावे के साथ कई लोगों ने शेयर किया.
ये दावा गलत है. ये फोटो हाल के प्रदर्शन से नहीं, बल्कि 2016 की है. 2016 में जसोदाबेन एक एनजीओ के सदस्यों के साथ एक दिन की भूख हड़ताल में शामिल हुई थीं और मॉनसून के दौरान मुंबई में स्लम को तोड़ने के आदेश पर रोक लगाने की मांग की थी.
इस फोटो की रिवर्स इमेज सर्च करने पक हनें AAP नेता अलका लांबा का एक पुराना ट्वीट मिला. इस ट्वीट में अलका लांबा ने भी सवाल पूछा था कि ये फोटो सही है या नहीं. उन्होंने जिस अकाउंट को रीट्वीट किया था, उसने दावा किया था कि जसोदाबेन मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए उनके साथ प्रदर्शन कर रही हैं.
हमने कुछ कीवर्ड्स के साथ गूगल सर्च किया और The Week का एक आर्टिकल मिला, जो 12 फरवरी, 2016 को पब्लिश हुआ था. इस आर्टिकल में भी जसोदाबेन की वही तस्वीर का इस्तेमाल हुआ है. इस आर्टिकल के मुताबिक, जसोदाबेन मुंबई में स्लम में रहने वाले लोगों के समर्थन में प्रदर्शन में शामिल हुई थी.
इससे साफ होता है कि जसोदाबेन की फोटो का इस्तेमाल गलत तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है.
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