advertisement
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें 2 लोग स्कूल यूनिफॉर्म पहने एक बच्चे के साथ मारपीट करते दिख रहे हैं.
दावा : वीडियो शेयर करने वालों का दावा है कि इस वीडियो में विष्णु नाम के एक दलित बच्चे को इसलिए पीटा जा रहा है क्योंकि उसने उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर उत्सव में फूल बरसाए थे.
(NOTE : वीडियो में दिख रहे दृश्य काफी हिंसक और गंभीर प्रकृति के हैं, इसलिए हम वीडियो से जुड़ा कोई लिंक स्टोरी में नहीं दे रहे हैं.)
सच क्या है ? : ये दावा गलत है.
ये वीडियो हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित हुड्डा कनवेंशन हॉल में मनाए गए गीता महोत्सव का है.
इस वीडियो में फरीदाबाद के सरकारी स्कूल गाउंची शासकीय विद्यालय में पढ़ने वाले नौवीं कक्षा के छात्र के साथ दो शिक्षक मारपीट करते दिख रहे हैं. छात्र की ये मारपीट एक समारोह में फूल बरसाने को लेकर ही हुई थी. .
हमने ये कैसे पता लगाया ? : हमने वायरल वीडियो को कई की-फ्रेम में बांटकर गूगल पर रिवर्स सर्च किया.
हमें Dainik Bhaskar पर 23 दिसंबर 2023 की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि गाउंची के सरकारी स्कूल में गीता जयंती समारोह में नौवीं कक्षा के छात्र को फूल बरसाने पर पीटा गया.
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि वीडियो में दिख रही शिक्षकों के नाम रवि मोहन और कमल हैं. इन दोनों ने कथित तौर पर छात्र को लड़कियों के ऊपर फूल बरसाने के लिए बेरहमी से पीटा था.
न्यूज रिपोर्ट में स्कूल के प्रिंसिपल का बयान भी है, जिन्होंने शिक्षकों के कृत्य तो ''पूरी तरह से गलत'' बताया.
रिपोर्ट में घटना का वीडियो भी है. हमने दैनिक भास्कर के इस वीडियो के फ्रेम्स को वायरल वीडियो से मिलाकर देखा, तो कई समानताएं दिखीं.
दोनों वीडियो में कई समानताएं देखी जा सकती हैं
दोनों वीडियो में कई समानताएं देखी जा सकती हैं
FIR में क्या है ? : द क्विंट को उस FIR की कॉपी मिली, जो मामले को लेकर 25 दिसंबर 2023 को फरीदाबाद सेंट्रल पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी.
पीड़ित छात्र के पिता ने पुलिस को बताया था कि पहले उनके बेटे को फरीदाबाद के हुड्डा कनवेंशन सेंटर ले जाया गया. वहां कई और बच्चे भी मौजूद थे.
समारोह में फूल बरसाए जा रहे थे तो बच्चे ने भी जमीन से फूल उठा लिए, इसके बाद उसे पीटा जाने लगा.
पिता ने बताया कि बच्चे का मेडिकल 23 दिसंबर 2023 को बल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल में हुआ था.
पीड़ित छात्र के पिता ने आगे कहा कि उन्हें आरोपियों की तरफ से शिकायत ना करने को कहा गया था. पिता ने कहा कि आरोपी ने उन्हें जान से मारने और उनके बच्चे का वीडियो इंटरनेट पर वायरल करने की भी धमकी दी थी.
शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया और शिक्षकों के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम के तहत IPC की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया.
हमने पीड़ित छात्रा के माता-पिता से भी बात की : द क्विंट ने छात्र की मां से घटना को लेकर बात की.
छात्र की मां ने इस दावे को भी गलत बताया कि वो दलित समुदाय से आते हैं. उन्होंने बताया कि वो ब्राह्मण समुदाय से आते हैं.
मां के मुताबिक, इस उत्सव में अलग-अलग स्कूलों के कई छात्र शामिल थे. लड़के और लड़कियां अपने-अपने ग्रुप में डांस कर रहे थे. ऐसे ही एक ग्रुप के डांस करते वक्त कुछ लड़कों ने फूल बरसाना शुरू कर दिए.
शिक्षक को जानकारी मिली कि कुछ हंगामा हो रहा है. हालांकि, तब तक फूल बरसाने वाले लड़कों का ग्रुप मौके से जा चुका था.
लेकिन, उसी वक्त पीड़ित छात्र ने जमीन से फूल उठाए और फिर दो शिक्षकों ने उसकी पिटाई करना शुरू कर दी.
पुलिस ने क्या कहा ? : फरीदाबाद पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी सूबे सिंह ने मीडिया को बताया कि ये शिक्षकों ने बच्चे को इसलिए मारा क्योंकि वह जो फूल फेंक रहा था वह गलती से एक शिक्षक को लग गए, जिससे वे गुस्से में आ गए. पुलिस का कहना है कि मामले की आगे की जांच जारी है.
अयोध्या पुलिस ने स्पष्टीकरण दिया : X (पूर्व में ट्विटर) पर अयोध्या पुलिस ने सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावों को गलत करार दिया.
पुलिस ने ये भी लिखा कि अयोध्या पुलिस ने मामले की जांच की और पाया कि ये वीडियो हरियाणा के फरीदाबाद का है.
निष्कर्ष : मतलब साफ है, वीडियो इस गलत दावे से वायरल है कि एक दलित छात्र की अयोध्या के राम मंदिर में फूल बरसाने को लेकर पिटाई की गई. वीडियो फरीदाबाद का है और इसमें शिक्षक बच्चे के साथ मारपीट करते दिख रहे हैं.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)