advertisement
अलग-अलग देशों में ओमिक्रॉन (Omicron) वैरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में Covid-19 से जुड़ी भ्रामक जानकारी भी फैल रही है. वायरस से जुड़ी झूठी जानकारी, अनवेरिफाइड मैसेज तो फैल ही रहे हैं साथ ही ये कॉन्स्पिरेसी थ्योरी कि वायरस की वापसी प्लान की गई थी, भी फैल रही है.
'The Omicron Variant: The Day The Earth Was Turned Into A Cemetery' ('द ओमिक्रॉन वैरिएंट: द डे द अर्थ वाज़ टर्न्ड इनटू ए सिमेट्री') नाम का एक मूवी पोस्टर वायरल हो रहा है. इसे शेयर कर यूजर्स ने दावा किया है कि इस नाम की फिल्म 1963 में रिलीज हुई थी.
हालांकि, हमने पाया कि 1974 में रिलीज हुई एक साइंस फिक्शन फिल्म 'Phase IV' के पोस्टर को डिजिटल तरीके से एडिट कर पोस्टर पर 'द ओमिक्रॉन वेरिएंट' को जोड़ा गया है. हालांकि, 'Omicron'नाम की एक फिल्म 1963 में रिलीज हुई थी, लेकिन ये किसी वायरस या उसके वैरिएंट के बारे में नहीं थी.
फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने फिल्म के पोस्टर को शेयर कर लिखा है, ''विश्वास करें या बेहोश हो जाएं.'' उन्होंने आगे लिखा कि ये फिल्म 1963 में रिलीज हुई थी.
हमने गूगल पर 'Omicron movie' कीवर्ड सर्च किया और 1963 में रिलीज हुई 'Omicron' नाम की एक फिल्म मिली. फिल्मों, शो, वगैरह से जुड़ी सूचनाओं के ऑनलाइन संग्रह IMDB के मुताबिक, ये फिल्म एक एलियन के बारे में थी, जो पृथ्वी के बारे में जानने के लिए एक इंसानी शरीर की मदद लेता है.
इसके बाद, हमने फिल्म के पोस्टर को रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे, हमें Pinterest पर अपलोड किया गया एक पोस्टर मिला, जिस पर लिखा था 'Sucesos En La IV Fase'. ये वही पोस्टर था जो अभी 'The Omicron Variant'के नाम से शेयर हो रहा है.
'Sucesos En La IV Fase' के बारे में सर्च करने पर हमने पाया कि ये एक साइंस-फिक्शन मूवी थी जिसे 1974 मे रिलीज किया गया था. फिल्म का ओरिजिनल इंग्लिश टाइटल था 'Phase IV'और इसकी टैगलाइन थी 'The day the earth turned into a cemetery'.
इसके अलावा, हमें 'Becky Cheatle' नाम के एक यूजर का ट्वीट मिला, जिसने दावा किया था कि उन्होंने साइंस-फिक्शन फिल्मों के पोस्टर्स को फोटोशॉप कर 'The Omicron Variant'लिखा था.
मतलब साफ है, 'ओमिक्रॉन' नाम की एक फिल्म 1963 में रिलीज हुई थी, लेकिन फिल्म की कहानी वायरस से संबंधित नहीं थी और 'द ओमिक्रॉन वैरिएंट: द डे द अर्थ वाज़ टर्न्ड इनटू ए सिमेट्री' नाम की कोई फिल्म है ही नहीं. पोस्टर के साथ छेड़छाड़ कर उनमें ये नाम ऐड किया गया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)