Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Webqoof Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Sudarshan News ने बेंगलुरु का वीडियो 'बच्चा चोरी' के झूठे दावे से किया शेयर

Sudarshan News ने बेंगलुरु का वीडियो 'बच्चा चोरी' के झूठे दावे से किया शेयर

पूर्वी बेंगलुरु के डीसीपी ने हमें बताया कि वायरल वीडियो बच्चा चोरी की घटना का नहीं है.

ऋजुता थेटे
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>पूर्वी बेंगलुरु के डीसीपी ने हमें बताया कि वायरल वीडियो बच्चा चोरी की घटना का नहीं है.</p></div>
i

पूर्वी बेंगलुरु के डीसीपी ने हमें बताया कि वायरल वीडियो बच्चा चोरी की घटना का नहीं है.

(फोटो: Altered by The Quint)

advertisement

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दो पुलिसकर्मी बुर्का पहनी एक महिला और दो पुरुषों को ले जाते हुए दिख रहे हैं.

क्या है दावा?: वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बेंगलुरु में पुलिस ने 'बच्चा चोरी करने वालों' को गिरफ्तार किया है.

दावों में ये भी कहा जा रहा है कि वीडियो में दिख रहे लोग 'अवैध बांग्लादेशी या रोहिंग्या' हैं जो अब कर्नाटक के बेंगलुरु (Bengaluru) में बसे हुए हैं.

किसने शेयर किया है ये दावा?: ये दावा कई सोशल मीडिया यूजर्स के साथ-साथ राइटविंग पोपेगैंडा वेबसाइट ''Sudarshan News'' ने भी शेयर किया है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Sudarshan News)

(ऐसे और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं. हमारी WhatsApp टिपलाइन पर भी इस दावे से जुड़ी क्वेरी आई है.)

सच क्या है?: वीडियो बेंगलुरु के शिवाजी नगर का है, लेकिन वीडियो में पुलिस 'बच्चा किडनैप करने वालों' को 'रंगे हाथों' पकड़ते नहीं दिख रही है.

  • वीडियो में पुलिस एक नाबालिग लड़की को कथित तौर पर छूने के आरोप में एक परिवार को थाने ले जाती दिख रही है.

  • बाद में पता चला कि वीडियो में दिख रहा शख्स मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहा था. इसलिए नाबालिग के माता-पिता ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया था.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हमने सच का पता कैसे लगाया?: हमें बेंगलुरु में ऐसी किसी घटना से कोई रिपोर्ट नहीं मिली.

  • हमने पूर्वी बेंगलुरु के डीसीपी भीमाशंकर एस गुलेड से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि ये वीडियो 16 अप्रैल की सुबह का है.

  • उन्होंने ये भी बताया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा झूठा है.

गुलेड ने बताया ''वीडियो बेंगलुरु के शिवाजी नगर का है, जिसमें एक मुस्लिम परिवार देखा जा सकता है. इनमें से एक की उम्र 29 साल है और वो मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहा है. उसे बेंगलुरु के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेस (NIMHANS) में इलाज के लिए लाया गया था. उसने मस्जिद में एक 5 महीने की बच्ची को छुआ था, जिस वजह से उसके माता-पिता ने पुलिस को बुलाया था. हालांकि, ये बच्चा चोरी के मामला नहीं है. नाबालिग के साथ उसके माता-पिता भी थे.''
  • वो आगे कहते हैं कि कथित आरोपी की मेडिकल कंडीशन पर बात की गई और उसकी रिपोर्ट देखी गई. इसलिए, नाबालिग के माता-पिता ने उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई.

  • हमने इसके पहले भी Sudarshan News की ओर से किए गए बच्चा चोरी से जुड़े ऐसी ही भ्रामक दावे की पड़ताल की थी. इसे आप यहां पढ़ सकते हैं.

निष्कर्ष: कुछ लोगों को ले जाती पुलिस का वीडियो इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि वो 'बच्चा चोर' को पकड़कर ले जा रही है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT