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सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें टूटी इमारतें दिख रही हैं.
क्या है दावा?: इस फोटो को हाल में सीरिया (Syria) की एक मिलिट्री एकेडमी में हुए ड्रोन हमले से जोड़कर शेयर किया जा रहा है, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई.
किसने किया है शेयर?: मीडिया संस्थान आज तक और Moneycontrol की फेसबुक और ट्विटर पोस्ट में ये दावा किया गया. इन दावों को कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किया.
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सच क्या है?: ये फोटो सीरिया की ही है, लेकिन हाल की नहीं है. और न ही सीरिया की सैन्य एकेडमी में हुए ड्रोन हमले से इसका कोई संबंध है.
ये फोटो इसी साल फरवरी में सीरिया में आए भयंकर भूकंप के दौरान की है, जिसमें ये बिल्डिंग ढह गई थी.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: वायरल फोटो को गूगल पर साधारण सा रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें इसी फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
CNN पर 6 फरवरी की एक न्यूज रिपोर्ट में भी इस फोटो का इस्तेमाल किया गया था और इसे उत्तर-पश्चिमी सीरिया के अजमारिन में भूकंप की वजह से ढही एक इमारत की तस्वीर बताया गया है.
फोटो डिस्क्रिप्शन में Associated Press (AP) के गैथ अलसैयद को क्रेडिट गिया गया था.
यहां से क्लू लेकर हमने जरूरी कीवर्ड का इस्तेमाल कर AP पर इस फोटो को सर्च किया.
इससे हमें 6 फरवरी को यहां अपलोड की गई ऐसी ही फोटो मिली.
फोटो डिस्क्रिप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, ये फोटो उत्तरी सीरिया के इदलिब प्रांत में बसे शहर अजमारिन की है. जिसमें भूकंप की वजह से ढही एक इमारत में बचावकर्मी लोगों को ढूंढ रहे हैं.
दोनों तस्वीरों की तुलना देखकर साफ पता चलता है कि दोनों एक ही जगह की फोटो हैं.
सीरिया में हुए ड्रोन हमले के बारे में: CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरिया के शहर होम्स में एक मिलिट्री एकेडमी के ग्रैजुएशन सेरेमनी में हुए ड्रोन हमले में करीब 89 लोगों की जान चली गई और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए.
रिपोर्ट में सीरियाई न्यूज एजेंसी SANA के हवाले से लिखा गया है कि मरने वालों में 5 बच्चे और 31 महिलाएं हैं
निष्कर्ष: साफ है कि 6 महीने से भी ज्यादा पुरानी ये फोटो सीरिया में आए भूकंप के दौरान की है. जिसे हाल में सीरिया की एक मिलिट्री एकेडमी में हुए ड्रोन हमले से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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