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तुर्की (Turkey) और सीरिया (Syria) में 6 फरवरी के बाद से कई बार भूकंप आए. इसकी वजह से मौत का आंकड़ा 17,000 से ज्यादा हो चुका है. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक फोटो को हाल में आए भूकंप से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
क्या है फोटो में?: वायरल फोटो में एक बुजुर्ग हाथ में कुछ ब्रेड लिए रोता दिख रहा है. बुजुर्ग के पीछे टूटी हुई इमारत दिख रही है.
इस फोटो को Hindustan Times के तमिल एडिशन ने भी शेयर किया है.
सच क्या है?: वायरल फोटो हाल की नहीं बल्कि साल 1999 की है. फोटो क्लिक करने वाले फोटोग्राफर अब्दुर्रहमान अंतक्याली (Abdurrahman Antakyalı) ने भी इस फोटो को अपनी इंस्टा प्रोफाइल पर शेयर कर बताया था कि ये फोटो उन्होंने Düzce, Turkey में खींची थी.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें :
ENSONHABER नाम की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली, जिसमें इसी फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
ये रिपोर्ट 23 नवंबर 2022 को पब्लिश हुई थी यानी तुर्की में आए हालिया भूकंप से काफी पहले.
रिपोर्ट में वायरल फोटो पर 12 नवंबर 1999 लिखा हुआ था. साथ ही, 1999 में तुर्की के Düzce शहर में आए जानलेवा भूकंप की बात की गई थी.
यहां से क्लू लेकर हमने गूगल पर जरूरी कीवर्ड्स का इस्तेमाल कर सर्च किया. जिससे हमें यही फोटो ResearchGate पर भी मिली.
यहां फोटो के लिए फोटोग्राफर Abdurrahman Antakyalı को क्रेडिट दिया गया था.
फोटोग्राफर की सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी मिली यही तस्वीर:
फोटोग्राफर अब्दुर्रहमान के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 430 हफ्ते यानी करीब 8 साल पहले अपलोड की गई यही फोटो मिली.
फोटो का कैप्शन तुर्की भाषा में था. जिसका हमने गूगल ट्रांसलेटर की मदद से अनुवाद किया.
8 साल पहले फोटो अपलोड कर उन्होंने कैप्शन में लिखा था कि उन्होंने ये फोटो 15 साल पहले Duzce में खींची थी. साथ ही, उन्होंने बुजुर्ग का नाम अशरफ बताया था.
उन्होंने करीब 8 साल पहले फोटो अपलोड कर बताया था कि ये फोटो 15 साल पहले खींची थी. इससे साफ होता है कि ये फोटो 1999 के आसपास खींची गई थी.
हमने फोटो से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए फोटोग्राफर से भी संपर्क किया.
उन्होंने बताया कि उन्होंने ये फोटो तुर्की के केनेस्ली (Kaynasli) में 12 नवंबर 1999 को खींची थी.
उन्होंने बताया कि तस्वीर में दिख रहे बुजुर्ग का नाम अशरफ चंगेज था.
अंतक्याली ने आगे बताया, ''फोटो में दिख रही बिल्डिंग का छोटा सा हिस्सा भर दिख रहा है. इस बिल्डिंग में कई लोग मारे गए थे. ये खबर सुनकर बुजुर्ग रोने लगे थे. उनके हाथ में जो ब्रेड दिख रही हैं उन्हें उन मदद पहुंचाने वाली संस्थाओं को बांट दिए थे, जो उस इलाके में भूकंप प्रभावितों की मदद के लिए आए थे.''
तुर्की और सीरिया के बारे में: तुर्की और सीरिया के कुछ हिस्सों में 6 फरवरी को 7.8 तीव्रता का भूकंप आने के बाद एक के बाद एक कई भूकंप आए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें 17 000 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
तुर्की के राष्ट्रपति Tayyip Erdogan ने देश में इमरजेंसी की घोषणा भी की है.
निष्कर्ष: साफ है कि 1999 की फोटो तुर्की में हाल में आए भूकंप से जोड़कर गलत दावे से शेयर की जा रही है.
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