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फेक न्यूज के खिलाफ ट्विटर का हथियार ‘बर्डवॉच’, कैसे करता है काम

Birdwatch की मदद से अब लोग ये भी जान पाएंगे कि कोई जानकारी अगर ‘फेक’ है तो उसके पीछे की वजह क्या है.

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<div class="paragraphs"><p>Twitter रोकेगा Birdwatch के जरिए फेक न्यूज</p></div>
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Twitter रोकेगा Birdwatch के जरिए फेक न्यूज

(फोटो: Altered by The Quint)

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माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने घोषणा की है कि उसने iOS, एंड्रॉयड और डेस्कटॉप प्लैटफॉर्म के लिए बर्डवॉच (Birdwatch) नोट्स शुरू किया है. इस फीचर के जरिए यूजर फेक न्यूज, भ्रामक और गलत जानकारी का पता लगा पाएंगे.

लॉन्च हो चुका है Birdwatch का पायलट वर्जन

इस फीचर का पायलट वर्जन इस साल जनवरी में अमेरिका के चुनिंदा यूजर्स के लिए शुरू किया गया है. कंपनी ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी है कि, ''जब एंड्रॉयड या iOS पर ट्विटर पेज पर जाएंगे, तो आपको बर्डवॉच नोट्स दिखेगा. ये किसी ट्वीट पर एक कार्ड की तरह दिखेगा. फिलहाल ये फीचर सिर्फ पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा बने पार्टिसिपेंट्स के लिए ही उपलब्ध है.''

बर्डवॉच का मकसद ट्वीट में सहायक संदर्भ (यानी ट्वीट की गई किसी जानकारी से जुड़ी जानकारी) को जोड़कर लोगों को सूचना देते रहने में मदद करना है.

कंपनी का कहना है कि ये सुविधा अभी सिर्फ उन्हीं यूजर्स को मिलेगी, जो फिलहाल बर्डवॉच में हिस्सा ले रहे हैं और ज्यादा आसानी से सबसे उपयोगी नोट्स की पहचान और मूल्यांकन कर पा रहे हैं.

फिलहाल ट्विटर पर क्यों नहीं जोड़े जा रहे ये नोट्स

ट्विटर ने आगे कहा, इन नोटों को जानबूझकर ट्विटर से अलग रखा जा रहा है. बर्डवॉच को बनाते वक्त हमने इस बात का ध्यान रखा कि ये ऐसे रेफरेंस को जोड़ें, जिससे लोगों को सही जानकारी मिले और इससे वे हम पर विश्वास कर पाएं. कुल मिलाकर फेक न्यूज, भ्रामक और गलत जानकारी पर रोक लगाने के लिए ये प्रोग्राम शुरू किया गया है.

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कैसे करता है काम?

ट्विटर में प्रोडक्ट के वाइस प्रेसीडेंट कीथ कोलमैन ने अपने ब्लॉग में लिखा कि बर्डवॉच लोगों को उन ट्वीट्स की पहचान करने की अनुमति देता है जिसे लेकर लोगों को लगता है कि ट्वीट में दी गई जानकारी गलत है. साथ ही, ये अनुमति भी देता है कि वो उस पर सही जानकारी से जुड़े संदर्भ वाले नोट्स जोड़ सकें. उन्होंने आगे लिखा कि ऐसे भरोसेमंद नोट्स जोड़ने वाले इस कदम से भ्रामक और गलत जानकारी फैलने पर तुरंत एक्शन लिया जा सकेगा.

पायलट प्रोजेक्ट के इस पहले चरण में, जोड़े गए नोट्स अलग बर्डवॉच साइट पर ही दिखेंगे. इस साइट पर जाकर पायलट पार्टिसिपेंट अन्य पार्टिसिपेंट की ओर से जोड़ गए नोट्स को भी रेटिंग दे सकेंगे, जिससे नोट्स की विश्वसनीयता बढ़ेगी.

कीथमैन ने लिखा कि हमने 100 से ज्यादा इंटरव्यू किए और इस प्रोग्राम के बारे में जानना चाहा. हमें बर्डवॉच के लिए समर्थन मिला है. लोगों ने जोड़े गए इन नोट्स पर अपना विश्वास दिखाया. लोगों ने कहा कि,

नोट्स से जरूरी संदर्भ मिलते हैं और ये उस स्थिति से बेहतर है जब किसी ट्वीट पर झूठे या सच होने का लेबल लगा दिया जाता है, क्योंकि इससे उन्हें ट्वीट को समझने और उसका मूल्यांकन करने में भी मदद मिलेगी.

बर्डवॉच की पारदर्शिता के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

  • बर्डवॉच में जो भी डेटा होगा वो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होगा और उसे टीएसवी फाइलों के रूप में डाउनलोड भी किया जा सकेगा.
  • बर्डवॉच को और बेहतर काम करने लायक बनाने के लिए एल्गोरिदम डेवलप किए गए हैं. जैसे कि किसी नोट की विश्वसनीयता कितनी है और उसको लेकर कितने लोगों ने सवाल उठाए हैं.
  • इसके अलावा, शुरुआत में ही किसी जोड़े गए नोट को रैंकिंग के लिए उपलब्ध कराके भी इसे और बेहतर किया जा रहा है.

ट्विटर के मुताबिक, उम्मीद है कि इससे जनता, एक्सपर्ट्स और रिसर्चर बर्डवॉच का विश्लेषण कर पाएंगे और उसकी खामियां भी पहचान पाएंगे. इससे भ्रामक खबरों और जानकारी पर नकेल कसी जा सकेगी.

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