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सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वैशाली यादव नाम की इस लड़की ने यूपी में वीडियो बनाकर, सिर्फ सरकार को बदनाम करने के लिए ये झूठ बोला कि वो विदेश में फंसी हुई है. मैसेज में वैशाली को हरदोई के एक ग्राम प्रधान की बेटी बताया गया. आरोप लगाया गया कि सपा नेता और प्रधान ने सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए अपनी बेटी के यूक्रेन में फंसे होने का झूठ बुलवाया.
मैसेज में कहा गया है कि वैशाली को जब उत्तरप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया तब सच का खुलासा हुआ. हालांकि, ये सारे दावे गलत हैं. यूपी पुलिस ने पुष्टि की है कि वैशाली यादव को गिरफ्तार नहीं किया गया है, वो सचमुच विदेश में फंसी हुई हैं, मदद के लिए उन्होंने वीडियो बनाया था.
ये दावा ऐसे वक्त पर किया जा रहा है जब यूक्रेन से कई छात्र भारत सरकार से वापसी के लिए मदद मांग रहे हैं. छात्रों को वापस लाने की धीमी प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं.
वैशाली ने क्विंट से बातचीत में बताया कि वो यूक्रेन से 28 फरवरी को रोमानिया पहुंच गई थीं, अब सुरक्षित हैं. वीडियो तब बनाया था जब उन्हें मदद की जरूरत थी. इसके बाद वो प्राइवेट बस से रोमानिया पहुंचीं. वैशाली ने अपनी लाइव लोकेशन भी हमें भेजी. जिससे साबित हो रहा है कि वो भारत में नहीं, रोमानिया में ही हैं.
दिल्ली बीजेपी प्रमुख नवीन कुमार जिंदल ने ट्वीट कर दावा किया कि वैशाली ने सिर्फ सरकार को बदनाम करने के लिए अपने घर से ही वीडियो बना दिया.
हमने हरदोई एसपी राजेश द्विवेदी से संपर्क किया. उन्होंने क्विंट से बातचीत में कहा कि वैशाली की गिरफ्तारी का दावा सच नहीं है और वो भारत में नहीं हैं. एसपी ने आगे ये भी कहा कि वैशाली भारत आने की तैयारी में हैं.
हरदोई एसपी राजेश द्विवेदी ने एक वीडियो जारी कर इस अफवाह को खारिज किया है कि वैशाली यादव गिरफ्तार हो गई हैं.
वैशाली यादव से जब हमने संपर्क किया, तो उन्होंने क्विंट से बातचीत में पुष्टि की कि वे अभी भारत नहीं रोमानिया में हैं. वीडियो उन्होंने तब बनाया था जब वो यूक्रेन में थीं.
वैशाली ने एक दूसरा वीडियो बनाकर भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि वो भारत नहीं रोमानिया में हैं.
वैशाली ने रोमानिया से अपनी लाइव लोकेशन भी हमें भेजी. लोकेशन को जूम करने पर Airport Henri देखा जा सकता है, जो कि रोमानिया का ही एयरपोर्ट है.
हमने वैशाली यादव के पिता महेंद्र यादव से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि वैशाली यूक्रेन में फंसी थीं, उसी समय वैशाली ने मदद वाला वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था. महेंद्र यादव ने बताया कि 28 फरवरी को वैशाली रोमानिया पहुंच गई थीं और उन्होंने ये पुष्टि भी की कि वैशाली ग्राम प्रधान हैं.
मतलब साफ है, सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा गलत है कि वैशाली यादव ने भारत में बैठकर ये झूठ बोलकर वीडियो बनाया कि वो यूक्रेन में हैं. वैशाली ने जिस वक्त वीडियो बनाया वो यूक्रेन में ही थीं.
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