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पश्चिम बंगाल बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी की कार पर हुए हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि उन्होंने खुद कार के अंदर से ही खिड़की का शीशा तोड़ा. वेबकूफ की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला. वीडियो को स्लो मोशन में देखने पर पता चलता है कि बाहर से फेंके गए पत्थर से ही शीशा टूटा था.
MLA ACID MAZUMDAR नाम के ट्विटर हैंडल से 10 अप्रैल को ये वीडियो ट्वीट किया गया, जिसका कैप्शन था. हार के डर से लॉकेट चटर्जी ने अपनी और अपनी पार्टी के सदस्यों के साथ पत्रकारों की कारों में खुद तोड़फोड़ की. ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस ट्वीट को रीट्वीट किया गया.
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कार पर हमला कर रही भीड़ काफी उग्र है. और सुरक्षा कर्मी इस भीड़ से निपटने की जद्दोजहद भी कर रहे हैं.
पत्रकार पायल मेहता ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इसी घटना का 10 सेकंड का एक वीडियो क्लिप शेयर किया. दूसरे एंगल से शूट किए गए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बाहर से फेंके गए पत्थर से ही बीजेपी नेता की गाड़ी का कांच फूटा.
वीडियो की इस क्लिप को हमने Kapwing सॉफ्टवेयर के जरिए स्लो मोशन में देखा. बाहर से फेंका गया पत्थऱ साफ नजर आ रहा है.
वीडियो का स्लो वर्जन
इस स्लो मोशन वीडियो में वह पत्थर साफ देखा जा सकता है, जिससे कार का शीशा टूटा
हिंदुस्तान टाइम्स और न्यूज एजेंसी एएनआई ने बीजेपी नेता की कार पर हुए इस हमले को रिपोर्ट किया है. इन रिपोर्ट्स में ऐसा जिक्र नहीं है कि कार के अंदर से ही कांच को फोड़ा गया.
मतलब साफ है -ये दावा झूठा है कि बीजेपी नेता लॉकेट सिंह ने खुद अपनी कार का शीशा कार के अंदर से तोड़ा.
(फैक्ट चेकिंग वेबसाइट बूम लाइव पर पहले इस दावे की पड़ताल की जा चुकी है)
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