advertisement
अमेरिका (America) पर 9/11 के आतंकवादी हमलों के 20 साल पूरे होने को हैं. इन 20 सालों में अमेरिका आतंक के खिलाफ युद्ध के रूप में दुनिया के कई देशों में सैन्य रूप से एक्टिव रहा और 9/11 को अंजाम देने वाले अल-कायदा के सफाये के लिए अफगानिस्तान (Afghanistan) में जमा रहा. अब की जब अमेरिका अफगानिस्तान को छोड़ अपने ‘20 वर्षीय युद्ध’ को समाप्त कर चुका है, जब वहां आतंकवादी सरकार बनी है, तो पूछना तो बनता है कि क्या अमेरिका ने 9/11 के हमलों में मारे गए लोगों को सच्ची श्रद्धांजलि दे दी है ? सवाल ये भी कि आतंक के खिलाफ अमेरिकी युद्ध का नागरिक मूल्य क्या रहा ?
एयरवॉर्स का यह विश्लेषण अमेरिकी सेना के स्वयं के उस दावे पर आधारित है कि उसने 2001 से अब तक लगभग 100,000 हवाई हमले किए हैं.
एयरवॉर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी सेना के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार उसने 20 वर्षों में कम से कम 91,340 हमले किए हैं - जिसमें 9,000 इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हैं. इसमें सीरिया में इस्लामिक स्टेट पर हमले, इराक और अफगानिस्तान में संघर्ष, साथ ही यमन, सोमालिया, पाकिस्तान और लीबिया में आतंकवादी समूहों के खिलाफ हवाई हमलें शामिल हैं.
एयरवॉर्स के रिसर्च के अनुसार अमेरिकी हवाई हमले में नागरिक पीड़ितों के लिए पिछले दो दशकों में सबसे खूनी वर्ष 2003 था जब उस वर्ष इराक पर आक्रमण के दौरान कम से कम 5,529 नागरिकों के मारे जाने की सूचना मिली थी.
अगला सबसे घातक वर्ष 2017 था जब कम से कम 4,931 नागरिकों के मारे जाने की संभावना है जिसमे अमेरिकी ड्रोनों और एयरक्राफ्टों ने सबसे अधिक बमबारी इराक और सीरिया में की.
हालांकि अमेरिकी हवाई हमलों में मौत के अधिकतम अनुमानों के अनुसार 2017 नागरिकों के लिए सबसे खराब वर्ष रहा जिसमें 19,623 लोग मारे गए.इस साल लगभग सभी हवाई हमले इस्लामिक स्टेट के खिलाफ थे.
ब्राउन यूनिवर्सिटी के “कॉस्ट ऑफ वॉर प्रोग्राम” के रिसर्च के अनुसार आतंक के खिलाफ युद्ध के दौरान सभी पक्षों द्वारा मारे गए नागरिकों की संख्या अनुमानतः 387,000 थी.
पेंटागन के सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) की ओर से एयरवॉर्स को दिए एक ईमेल जवाब में कहा गया कि पेंटागन के पास हवाई हमलों से कुल नागरिकों की मौत की जानकारी उपलब्ध नहीं है.
राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद से बाइडेन ने अमेरिकी ड्रोन नीति की औपचारिक समीक्षा के बीच हवाई हमलों पर अमेरिकी निर्भरता को कम कर दिया है. बाइडेन ने अमेरिकी ड्रोन को कई विदेशी एयर स्पेस से वापस ले बुला लिया है.
ब्राउन यूनिवर्सिटी के 'कॉस्ट ऑफ़ वार' प्रोजेक्ट के कैलकुलेशन के अनुसार 2001 के बाद से, अमेरिका ने अफगानिस्तान में 2.26 ट्रिलियन डॉलर खर्च किए हैं. सबसे बड़ा हिस्सा - लगभग 1 ट्रिलियन $ - रक्षा विभाग के लिए विदेशी आकस्मिक संचालन बजट द्वारा खर्च किया गया है. दूसरी सबसे बड़ा खर्चा - $530bn है जो युद्ध के लिए अमेरिकी सरकार द्वारा उधार लिए गए धन पर अनुमानित ब्याज भुगतान भर है.
क्या पिछले 20 सालों में आतंक के खिलाफ अमेरिका के युद्ध में 7000 से भी अधिक अमेरिकी सेना की मौत, अकेले अफगानिस्तान में $2.26 ट्रिलियन डॉलर के खर्चे और अमेरिकी एयरस्ट्राइक में 22679 नागरिकों की मौत के बावजूद अफगानिस्तान से यूं निकलना अमेरिकी जनता को रास आयेगा ? जब UN के आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद अफगानिस्तान में प्रधानमंत्री बन गया हो, खुद अमेरिकी विदेश विभाग के द्वारा 5 मिलियन अमरीकी डॉलर (36.78 करोड़ रूपये) का इनामी आतंकवादी गृह मंत्री बन गया हो, तब क्या इसे अमेरिका अपनी जीत करार दे सकता है ?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)