advertisement
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में प्रेसिडेंशियल डिबेट्स बहुत अहम होती हैं. इनमें राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार अपनी बात टीवी के जरिए लोगों के सामने रखते हैं, साथ ही एक-दूसरे के दावों की पोल खोलने की कोशिश भी करते हैं. इन बहसों के जरिए इनके वोट बैंक पर खासा असर पड़ता है.
सोमवार रात को अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट टेलीविजन पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली डिबेट बन गई. बीबीसी के मुताबिक, लगभग 100 मिलियन लोगों ने इस डिबेट को देखा.
आइए जानते हैं इस बहस का दुनियाभर में क्या असर पड़ा.
सट्टा बाजार में एक दिन पहले की तुलना में हिलेरी का कांट्रेक्ट (भाव) 6 सेंट बढ़कर 69 सेंट हो गया. वहीं डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह भाव 7 सेंट गिरकर 31 पर आ गया.
इस तरह के कांट्रेक्ट को 1 से लेकर 100 तक पैमाने पर मापा जाता है. इनमें कैंडिडेट की जीत की संभावना के हिसाब से उसका भाव लगाया जाता है. एक दूसरी आयरिश बेटिंग साइट पैडी पॉवर पर भी क्लिंटन को बढ़त मिली है.
डिबेट के बीच में हिलेरी का ट्रंप से वोटों का अनुपात 2-1 था. वहीं डिबेट खत्म होने तक यह आंकड़ा हिलेरी के पक्ष में 9-4 हो गया.
मेक्सिकन पेसो को यूएस प्रेसिडेंट चुनाव के प्रति संवेदनशीलता के चलते ट्रंप थर्मामीटर का नाम दिया गया है. डिबेट के बाद पेसो भी 2% बढ़ गया है. इसके पीछे ट्रंप की जीत की संभावना कम होने को आधार बताया जा रहा था.
ट्रंप के मैक्सिकन विरोधी विचार किसी से छुपे नहीं हैं. ट्रंप ने मेक्सिको से होने वाले गैरकानूनी प्रवास को बंद करने के लिए दीवार बनाने की तक घोषणा की थी. ट्रंप की जीत की स्थिति में अंदेशा जताया जा रहा है कि इससे मेक्सिको का अमेरिका को निर्यात कम हो जाएगा, जिससे बड़े पैमाने पर मैक्सिकन बाजार में गिरावट आई थी.
डिबेट में हिलेरी की जीत के संकेत के बाद पेसो के साथ-साथ साउथ कोरियन वॉन, अॉस्ट्रेलियन डॉलर, कनेडियन डॉलर और साउथ आफ्रीकन रेंड में भी बढ़त देखी गई. लेकिन जापानीज येन में 0.4% की गिरावट दर्ज की गई.
अगर पूरे यूरोपीय बाजार की बात करें, तो लंदन जैसे कुछ बाजारों में तेजी देखी गई. लेकिन जल्द ही जर्मन स्टॉक मार्केट में आई गिरावट के चलते यह खत्म हो गई.
जर्मन बाजार में यह गिरावट डॉएश बैंक के शेयरों में आई भारी गिरावट के चलते आई. डॉएश बैंक का शेयर 2.65 % गिरकर 10.29 यूरो के भाव पर पहुंच गया, जिसके चलते जर्मन शेयर बाजार 1% लुढ़क गया.
सीएनएन/ओआरसी पोल के अनुसार 62 प्रतिशत लोगों का मानना है कि डिबेट में क्लिंटन ने बाजी मारी.
बता दें कि 9/11 की याद में एक कार्यक्रम में क्लिंटन बेहोश हो गईं थीं. इसके बाद उनकी सेहत को लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे थे. बाद में पता चला कि हिलेरी को निमोनिया हुआ था.
वैसे हिलेरी और ट्रंप के बीच अगली बहस 9 अक्टूबर को होने जा रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)