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बराक ओबामा ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में मंगलवार को शिकागो में अपना आखिरी विदाई भाषण दिया. वे बोलते-बोलते भावुक भी हो गए और जनता ने इस दौरान 'चार साल और' के नारे लगाए.
ओबामा ने अपने भाषण में कहा, "जब मैं पहली बार शिकागो आया था, तब मेरी अवस्था 20 वर्ष के करीब थी. यह वही जगह है, जहां मैंने सीखा है कि बदलाव तभी होता है, जब आम लोग इसमें शामिल होते, जुड़ते हैं और साथ मिलकर इसकी मांग करते हैं."
ओबामा ने कहा कि अमेरिका अब एक बेहतर जगह है और मजबूत स्थिति में है. उन्होंने अपने समर्थकों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उन्होंने उन्हें एक बेहतर राष्ट्रपति बनने में मदद की है. ओबामा ने वादा किया कि वह 10 दिनों में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सहजता के सत्ता हस्तांतरण कर देंगे.
ओबामा ने कहा कि वह मुस्लिम अमेरिकियों के साथ भेदभाव को स्वीकार नहीं करते हैं. वह इसके खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि जितने कि हम देशभक्त हैं, उतने ही मुसलमान भी हैं.
ओबामा ने अपने कार्यकाल में मारे गए आतंकी ओसामा बिन लादेन का नाम लेते हुए कहा, ''अब तक तमाम आतंकियों को मार गिराया गया है. अमेरिका पर हमला करने वाला खुद भी सुरक्षित नहीं रह सकता.''
उन्होंने कहा कि पिछले 8 साल में एक भी विदेशी आतंकी हमला नहीं हुआ और ISIS भी खत्म हो जाएगा.
ओबामा ने मिशेल से कहा, ''पिछले 25 सालों से तुम सिर्फ मेरी पत्नी और मेरे बच्चों की मां ही नहीं, बल्कि मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी हो. तुमने अपनी भूमिका खुद ली, इसके लिए किसी ने तुम्हें नहीं कहा था.''
ओबामा ने अपनी बेटियों- मालिया और साशा की भी तारीफ की और कहा, ''तुम दोनों अद्भुत हो. इतनी चकाचौंध में भी तुम सहज और सरल बनी रहीं.''
ओबामा 8 साल तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहे और 20 जनवरी, 2017 को व्हाइट हाउस में उनका आखिरी दिन होगा.
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