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कांगो में संयुक्त राष्ट्र (UN) के इंवेस्टिगेटर्स की हत्या के दोषी 51 लोगों को एक कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है. करीब पांच साल तक चले मुकदमे के बाद UN के इंवेस्टिगेटर्स माइकल शार्प और जैदा कैटलन की हत्या के दोषी पाए गए 51 लोगों को एक मिलिट्री कोर्ट ने 29 जनवरी को मौत की सजा सुनाई.
DW की रिपोर्ट के मुताबिक, कई सजाएं अनुपस्थिति में दी गईं, क्योंकि संदिग्धों को या तो कभी गिरफ्तार नहीं किया गया था या वो हिरासत से भाग गए थे.
स्वीडन की जैदा कैटलन और अमेरिका के माइकल शार्प की मार्च 2017 में कांगो के कसाई क्षेत्र में अपहरण और हत्या कर दी गई थी. सरकारी सैन्य बलों और एक मिलिशिया ग्रुप के बीच लड़ाई के बाद वो UN सिक्योरिटी काउंसिल की तरफ से हिंसा की जांच कर रहे थे.
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी ट्रांसलेटर की भी हत्या कर दी गई थी. उनके शव अपहरण के 16 दिन बाद मिले थे. कैटलन का सिर कलम कर दिया गया था.
कांगो की सरकार ने हत्या के लिए Kamwina Nsapu मिलिशिया के लोगों को दोषी ठहराया था. DW की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने शुरू में किसी भी सरकारी अधिकारी के शामिल होने से इनकार किया था, लेकिन बाद में कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था.
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