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चीन के वुहान से शुरू हुई कोरोना वायरस महामारी अब लगभग पूरी दुनिया में फैल चुकी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस महामारी के लिए लगातार चीन को दोषी बता रहे हैं. ट्रंप ने WHO के डायरेक्टर जनरल पर भी चीन की तरफदारी करने का आरोप लगाया है और संगठन की फंडिंग रोक दी है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तरफ से अमेरिका को कभी सीधे जवाब नहीं दिया गया है. हालांकि अब चीन के विदेश मंत्री ने इस मामले पर बयान दिया है.
वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन और अमेरिका अगर साथ रहेंगे तो बहुत कुछ पा सकते हैं. वांग यी ने कहा, "अगर दोनों देश एक दूसरे के खिलाफ खड़े हुए तो बहुत कुछ खो देंगे. हमें साथ रहने का रास्ता ढूंढना होगा."
वांग यी ने कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीन और अमेरिका को अपनी-अपनी इकनॉमी और वैश्विक इकनॉमी के लिए नीतियां बनाने की जरूरत है.
वांग यी ने कहा कि चीन और अमेरिका पर दुनिया में शांति और विकास का जिम्मा है.
न्यूज एजेंसी AFP ने रिपोर्ट किया है कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम नॉवेल कोरोना वायरस के सोर्स का पता लगाने के लिए वैश्विक भागीदारी के लिए तैयार हैं."
हालांकि वांग यी ने ये भी कहा कि जांच 'बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप' के होनी चाहिए.
वांग यी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से चीन और अमेरिका के रिश्ते 'शीत युद्ध के मुहाने पर खड़े हो गए थे.' वांग यी ने कहा, "वाशिंगटन के कुछ लोगों को 'पॉलिटिकल वायरस' का संक्रमण हुआ है. अमेरिका में कुछ लोग दोनों देशों के रिश्तों को शीत युद्ध की तरफ धकेल रहे हैं."
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