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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैपिटल बिल्डिंग में बुधवार को हुई हिंसा की निंदा की है. ट्रंप का यह रुख ऐसे वक्त में सामने आया है, जब हिंसा के इस मामले में उन पर अपने समर्थकों को उकसाने के आरोप लग रहे हैं.
गुरुवार रात को ट्रंप ने एक वीडियो मैसेज में कहा, ''सभी अमेरिकियों की तरह, मैं हिंसा, अराजकता और हाथापाई से नाखुश हूं. मैंने बिल्डिंग को सुरक्षित करने और घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए तुरंत नेशनल गार्ड और फेडरल लॉ एनफोर्समेंट को तैनात किया था.''
बता दें कि अमेरिका के कई सांसदों ने ट्रंप को तत्काल पद से हटाए जाने की मांग की है. सांसदों का आरोप है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को भड़काया जिसके बाद वे कैपिटल परिसर में घुस गए और हंगामा किया.
कांग्रेस सदस्य अर्ल ब्लूमेनॉयर ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग की. उन्होंने उपराष्ट्रपति माइक पेंस और अमेरिकी कैबिनेट से राष्ट्रपति को पद से हटाने के लिए संविधान के 25वें संशोधन का इस्तेमाल करने की मांग भी की.
ब्लूमेनॉयर ने कहा, ‘‘इस व्यक्ति को तत्काल हटाए जाने की जरूरत है और मुझे उम्मीद है कि वह अपनी हरकतों का अंजाम भुगतेंगे.’’
इसके अलावा कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर ने कहा,‘‘सभी नेताओं को इस तख्तापलट की निंदा करनी चाहिए और राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया जाना चाहिए और उन्हें राजद्रोह के आरोप में पद से हटा दिया जाना चाहिए.’’
इन सांसदों के अलावा अयान्न प्रिस्ले, जिम्मी गोम्ज,कैथे मैनिंग, एंथनी ब्राउन ने भी राष्ट्रपति को जल्द ही पद से हटाने की मांग की है.
यह मांग ऐसे वक्त में सामने आई है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन की जीत को संसद की मंजूरी मिलने के बाद ट्रंप ने कहा है, ''भले ही मैं चुनाव के नतीजे से पूरी तरह असहमत हूं...फिर भी 20 जनवरी को व्यवस्थित तरीके से सत्ता का हस्तांतरण होगा.''
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