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अमेरिका ने कोरोनावायरस महामारी को नेशनल इमरजेंसी घोषित किया है. शुक्रवार (13 मार्च) को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका ऐलान किया. अमेरिका में कोरोनावायरस से बचाव के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. ट्रंप प्रशासन के अधिकारी इस वैश्विक महामारी से बचाव के लिए रणनीति बनाने में लगे हैं.
ट्रंप ने रोज गार्डन से कहा
ट्रंप ने कहा कि नेशनल इमरजेंसी दो बहुत बड़े शब्द हैं. अमेरिकी राष्ट्पति ने कहा कि उनकी इस पहल से अमेरिकी सरकार इस बीमारी से लड़ने में अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल कर सकेगी. नेशनल इमरजेंसी लागू होने से कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ट्रंप प्रशासन 50 अरब डॉलर खर्च कर सकेगा.
ट्रंप ने कहा कि कुछ वक्त के लिए जाने वाला त्याग आगे लाभ देगा. आने वाले 8 सप्ताह कठिन साबित हो सकते हैं. इस बीच, न्यूज एजेंसी एपी की खबरों में कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन ने उन दो कंपनियों को 13 लाख डॉलर देगी, जो एक ऐसा टेस्ट डेवलप करने में लगी हैं जिससे सिर्फ एक घंटे में कोरोनावायरस का पता लगा सकेगा.
उन्होंने कहा कि कुछ समय के लिए किया जाने वाला त्याग आगे फायदेमंद होगा. ट्रंप ने यह भी कहा कि आने वाले 8 सप्ताह कठिन साबित हो सकते हैं। दरअसल अमेरिका में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की कोरोना वायरस की वजह से जान जा चुकी है और 1100 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह कोरोना वायरस का टेस्ट करा सकते हैं. हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनको फ्लू के लक्षण नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने यह नहीं कहा कि मैं टेस्ट नहीं करवाऊंगा लेकिन यह इसलिए नहीं है कि मैं किसी से मिला था या नहीं.' दरअसल ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो के प्रेस सेक्रटरी से मिलने के बाद ट्रंप के टेस्ट की बात उठी थी. ट्रंप से मिलने के बाद बोलोसोनारो के अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को वाइट हाउस के रोज गार्डन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. वह कई बार कह चुके हैं कि उन्हें टेस्ट की जरूरत नहीं है.
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