advertisement
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप के बड़े बेटे ने रूस के एक नागरिक की ओर से उन्हें भेजे गए ईमेल जारी किए हैं जो बताते हैं कि उन्हें हिलेरी क्लिंटन के बारे में 'संवेदनशील' जानकारी की पेशकश की गई थी.
जारी किए गए ईमेल्स से पता चलता है कि एक रुसी सूत्र ने अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के बारे में ट्रंप की प्रचार अभियान टीम को 'संवेदनशील सूचना' देने की पेशकश की थी. पिछले साल हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और हिलेरी आमने-सामने थे. इस चुनाव में ट्रंप को जीत हासिल हुई थी. ट्रंप जूनियर एक रुसी सूत्र से मुलाकात करने को लेकर राजनीतिक विवाद में घिर गए हैं. विवाद में घिरने के बाद ट्रंप जूनियर ने बातचीत के ईमेल जारी किए हैं.
जूनियर ट्रंप और रूसी नागरिक के बीच मीटिंग कराने वाले रॉब गोल्डस्टोन ने ही जूनियर ट्रंप को बताया था कि उनके पास ऐसी सूचनाएं हैं जो 'रूस और उसकी सरकार के ट्रंप के लिए समर्थन का हिस्सा हैं'. अमेरिकी अधिकारी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप की जांच कर रहे हैं. गोल्डस्टोन ने इसके पहले चुनाव में रूस की सरकार की भूमिका की कोई जानकारी होने से इनकार किया था.
जूनियर ट्रंप ने ट्विटर पर जो ईमेल जारी किया है उसके मुताबिक, "रूस के क्राउन प्रोसिक्यूटर ट्रंप के अभियान को कुछ ऐसे आधिकारिक दस्तावेज और जानकारियों की पेशकश कर रहे हैं जो हिलेरी और रूस के साथ उनके लेन-देन की जानकारी देंगे और आपके पिता (डोनाल्ड ट्रंप) के लिए बहुत उपयोगी रहेंगे." ट्रंप जूनियर ने इसका जवाब ये कहते हुए दिया, "आप जो कह रहे हैं, अगर वैसा है तो मुझे रास आएगा."
ये इस बात की पहली पुष्टि की तरह नजर आता है कि ट्रंप के सहयोगियों ने रूस के अधिकारियों की ओर से संवेदनशील जानकारी हासिल करने की आस में एक बैठक में हिस्सा लिया था.
गोल्डन स्टोन के ईमेल के एक हफ्ते के अंदर न्यूयॉर्क में एक मीटिंग की गई. इस मीटिंग में ट्रंप जूनियर, प्रेसिडेंट ट्रंप के दामाद जैरेड कुशनर और प्रचार अभियान समिति के तत्कालीन चेयरमैन पॉल मैनफोर्ड मौजूद थे.
राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप इन आरोपों से घिरे हुए हैं कि रूस ने हिलेरी क्लिंटन के अभियान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी. ट्रंप ये कहते हुए इससे इनकार करते रहे हैं कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है. रूस ने भी चुनाव में हस्तक्षेप के आरोपों का बार-बार खंडन किया है.
मई के महीने में एफबीआई के पूर्व निदेशक रॉबर्ट मुलर को रूस के मामले को देखने के लिए नियुक्त किया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)