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फ्रांस के एक कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार देते हुए तीन साल जेल की सजा सुनाई है. सरकोजी पर एक जज को रिश्वत देने की कोशिश करने और प्रभाव जताने का आरोप सिद्ध हुआ है.
हालांकि, सरकोजी शायद ही कुछ समय जेल में बिताएं. दो साल की जेल निलंबित कर दी गई है और जज ने कहा है कि वो सरकोजी को बचे हुए एक साल के लिए जेल से बाहर इलेक्ट्रॉनिक ब्रेसलेट पहनने की इजाजत देना मंजूर कर सकती हैं,
निकोलस सरकोजी 2007 से 2012 तक फ्रांस के राष्ट्रपति थे. वो दक्षिणपंथी समूहों के पसंदीदा राष्ट्रपतियों में से एक हैं.
प्रॉसिक्यूटर्स ने कोर्ट को बताया कि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद सरकोजी ने एक जज को मोनाको में एक अच्छी नौकरी का ऑफर दिया था और इसके बदलने में उनके खिलाफ चल रही जांच की अंदर की जानकारी मांगी थी. सरकोजी के खिलाफ ये जांच लॉरिअल की प्रिंसिपल शेयरहोल्डर लिलियन बेटेनकोर्ट से अपने 2007 राष्ट्रपति कैंपेन में अवैध पेमेंट लेने के आरोपों में चल रही थी.
जज क्रिस्टीन मी ने कहा, "निकोलस सरकोजी ने अपने ओहदे और रिश्तों का फायदा उठाया."
राजनीति से रिटायर हो चुके निकोलस सरकोजी आज भी रूढ़िवादियों में काफी प्रभाव रखते हैं. उनके पास अभी इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 10 दिन का समय है. सरकोजी ने कोर्ट से निकलते हुए कोई बयान नहीं दिया.
सरकोजी ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है. उनका कहना है कि प्रॉसिक्यूटर्स ने हद से ज्यादा ताकत का इस्तेमाल कर उनके मामलों की जांच की और वो विच हंट का शिकार बने हैं.
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