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इजरायल और हमास (Hamas and Israel War) के बीच जारी युद्ध के बीच 17 अक्टूबर की रात को गाजा के एक अस्पताल पर हमला (Attack on Gaza Hospital) किया गया. इस हमले में 500 लोगों की जान जाने का दावा किया गया है. हमले को लेकर इजरायल और फलीस्तीन एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. वहीं, अस्पताल पर किए गए हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फिलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास, मलाला युसूफजई, WHO के अध्यक्ष समेत कई देशों के प्रतिनिधियों ने इसकी निंदा की है.
गाजा के अस्पताल पर हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया. उन्होंने कहा "गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की दुखद क्षति से गहरा सदमा लगा. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदनाएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं. जारी संघर्ष में नागरिकों का हताहत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है. इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए."
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गाजा अस्पताल पर हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा...
फिलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अल अहली अस्पताल पर हुए हमले को 'भयावह युद्ध नरसंहार' बताया है. उन्होंने कहा...
इजरायली पीएम नेतन्याहू के इस बयान पर कि गाजा अस्पताल पर हमले के लिए इस्लामिक जिहाद जिम्मेदार है. संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर कहते हैं, "वह झूठे हैं. उनके डिजिटल प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि इजरायल ने यह सोचकर हमला किया कि इसके आसपास हमास का आधार था. फिर उन्होंने वह ट्वीट हटा दिया. हमारे पास उस ट्वीट की एक प्रति है... अब उन्होंने फिलिस्तीनियों को दोषी ठहराने की कोशिश करने के लिए कहानी बदल दी."
"सेना के इजरायली प्रवक्ता ने एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अस्पतालों को खाली करो...वे उस अपराध के लिए जिम्मेदार हैं और वे इससे निपटने के लिए कहानियां नहीं गढ़ सकते."
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इजरायल के हमले की कड़ी निंदा की और फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की आवश्यकता की मांग की और ये लड़ाई को समाप्त करने पर जोर दिया.
जॉर्डन के विदेश मंत्री ने कहा "चतुर्पक्षीय शिखर सम्मेलन इसलिए नहीं कर रहे क्योंकि इससे अब युद्ध नहीं रुक पाएगा. इधर, जॉर्डन ने अस्पताल में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए तीन दिन का शोक घोषित किया है.
मिस्र सरकार ने एक बयान जारी कर हमले की "कड़े शब्दों में" निंदा की है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आगे बढ़कर उल्लंघनों को रोकने का आह्वान किया है.
कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह हमला बढ़ते खतरनाक युद्ध को दर्शाता है. उन्होंने कहा "गाजा पट्टी पर हमलों में अस्पतालों, स्कूलों और अन्य जनसंख्या केंद्रों पर हमला करना, खतरनाक है.
कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हमले की निंदा की और युद्ध के कानूनों के पालन के महत्व पर जोर दिया.
उन्होंने “मैं गाजा के अल अहली अरब अस्पताल में लोगों की मौत से भयभीत हूं. मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. यह जरूरी है कि निर्दोष नागरिकों की रक्षा की जाए और अंतरराष्ट्रीय कानून को बरकरार रखा जाए. हमें मिलकर यह तय करना होगा कि क्या हुआ? जवाबदेही होनी चाहिए."
अलजजीरा के अनुसार, अरब लीग के प्रमुख अहमद अबुल घीत ने कहा कि हमले के जवाब में अंतरराष्ट्रीय नेताओं को "इस त्रासदी को तुरंत रोकना चाहिए". उन्होंने लिखा...
तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने सोशल मीडिया पर एक बयान में हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा, "महिलाओं, बच्चों और निर्दोष नागरिकों वाले अस्पताल पर हमला करना सबसे बुनियादी मानवीय मूल्यों से रहित इजरायल के हमलों का नवीनतम उदाहरण है. "मैं गाजा में इस अभूतपूर्व क्रूरता को रोकने के लिए कार्रवाई करने के लिए पूरी मानवता को आमंत्रित करता हूं."
ईरानी राज्य मीडिया ने बताया कि ईरान के विदेश मंत्रालय ने हवाई हमले की निंदा करते हुए इसे "निहत्थे और रक्षाहीन लोगों" पर हमला बताया है.
फ्रांसिसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा "किसी अस्पताल पर हमला करने को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता. नागरिकों को निशाना बनाने को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता. फ्रांस गाजा में अल-अहली अरब अस्पताल पर हमले की निंदा करता है, जिसमें कई फिलिस्तीनी पीड़ित हुए. हमारे विचार उनके साथ हैं."
फ्रांसिसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा "मानवीय पहुंच बनाने के लिए गाजा पट्टी को तुरंत खोला जाना चाहिए."
कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह हमला बढ़ते खतरनाक युद्ध को दर्शाता है. उन्होंने कहा "गाजा पट्टी पर हमलों में अस्पतालों, स्कूलों और अन्य जनसंख्या केंद्रों पर हमला करना, खतरनाक है.
सऊदी अरब ने कहा "सऊदी अरब गाजा में अल अहली बैपटिस्ट अस्पताल पर बमबारी करके इजरायली कब्जे वाले बलों की ओर से किए गए जघन्य अपराध की कड़े शब्दों में निंदा करता है, जिसके कारण बच्चों के साथ-साथ घायल और घायल व्यक्तियों सहित सैकड़ों नागरिकों की मौत हो गई."
रूस ने UNSC के प्रस्ताव में अस्पताल हमले की निंदा को जोड़ने का प्रस्ताव रखा है. रूस ने ब्राजील के तैयार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में अल-अहली अस्पताल हमले की निंदा शामिल करने का प्रस्ताव दिया है.
संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप दूत दिमित्री पॉलींस्की ने कहा, "आज हमने संशोधन को पूरक बनाया, जो गाजा में अल-अहली अल-अरबी अस्पताल पर हमले की निंदा के साथ गाजा पर हमलों की निंदा से संबंधित है." उम्मीद है कि 18 अक्टूबर को प्रस्ताव पर मतदान किया जाएगा.
इधर, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी अस्पताल पर हमले की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने कहा कि गाजा पट्टी के एक अस्पताल पर हुआ घातक विस्फोट "पूरी तरह से अस्वीकार्य" है.
वोल्कर तुर्क ने एक बयान में कहा, "मेरे पास शब्द नहीं है. गाजा शहर के अल अहली अरब अस्पताल में एक बड़े हमले में सैकड़ों लोग मारे गए, जिनमें मरीज, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और परिवार शामिल थे, जो अस्पताल में और उसके आसपास शरण मांग रहे थे."
मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला युसूफजई ने भी गाजा अटैक की निंदा की. उन्होंने कहा "मैं गाजा में अल-अहली अस्पताल पर बमबारी देखकर भयभीत हूं और स्पष्ट रूप से इसकी निंदा करती हूं. मैं इजरायली सरकार से गाजा में मानवीय सहायता की अनुमति देने और युद्ध रोकने के आह्वान को दोहराने का आग्रह करती हूं. मैं हमले के तहत फिलिस्तीनी लोगों की सहायता करने वाली तीन चैरिटी संस्थाओं को $300K भेज रही हूं. उन्होंने सभी से मदद की अपील की है.
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