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यूपी के सहारनपुर के गुप्ता ब्रदर्स (Gupta Brothers) जो 1990 के दशक में साउथ अफ्रीका पलायन कर गए थे, उन्हें अब संयुक्त अरब अमिरात (UAE) से गिरफ्तार किया गया है. उनपर करोड़ों के घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में साउथ अफ्रीका में मुकदमा चल रहा है. साउथ अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से गुप्ता ब्रदर्स के अच्छे संबंध रहे हैं और इसी का फायदा उठा कर उनपर कई घोटाले करने का आरोप है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट को गरीब अश्वेत किसानों की मदद के लिए चलाया गया था. आरोप है कि गुप्ता परिवार ने इस डेयरी से लाखों डॉलर की कमाई की. हालांकि गुप्ता परिवार इससे इनकार करता रहा है.
भारतीय मूल के विवादास्पद कारोबारी तीनों गुप्ता भाइयों अतुल, राजेश और अजय की करीबी साउथ अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से रही है. जुमा के कार्यकाल के दौरान घोटालों में शामिल होने के आरोप इन तीनों पर लगते आए हैं. साल 2018 में इन तीनों भाइयों को इनके साउथ अफ्रीका के घर से गिरफ्तार कर लिया गया था, तब जैकब जुमा पर इस्तीफा देने का भी दबाव था.
जुमा की एक पत्नी गुप्ता की एक माइनिंग कंपनी में काम करती थीं. जुमा की बेटी दुदुजिले जुमा सहारा कंप्यूटर्स की डायरेक्टर थीं और जुमा के बेटे दुदुजाने जुमा गुप्ता की एक कंपनी में डायरेक्टर थे.
गुप्ता भाइयों पर दक्षिण अफ्रीका की सरकारी कंपनियों से डील करने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जाता रहा है. दक्षिण अफ्रीका के वॉचडॉग ने अक्टूबर 2016 में एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया था सरकारी क्षेत्र की एक बिजली कंपनी ने गुप्ता की कंपनी को आसान शर्तों पर एक बड़ा ठेका दिया. आज गुप्ता परिवार ने कंप्यूटर, खनन, मीडिया, टेक्नॉलोजी और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपने पांव जमा लिए हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक गुप्ता बंधु और उनके परिवार के कुछ और मेंबर दुबई में रह रहे थे. कुछ मेंबर भारत में भी बताए जाते हैं. नेशनल प्रोसेक्यूशन अथॉरिटी के अनुसार भारत और यूएई दोनों को ही प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा गया था. भारत के साथ साउथ अफ्रीका की प्रत्यर्पण संधि है. वहीं UAE के साथ संयुक्त राष्ट्र के जरिए वो बातचीत में थे.
अब गिरफ्तारी के बाद साउथ अफ्रीका की सरकार किसी भी हाल में गुप्ता बंधुओं को देश में बुलाकर मुकदमा चलाने को लेकर प्रतिबद्ध नजर आ रही है.
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