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पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता इमरान खान (Imran Khan) को रैली के दौरान गोली मारने की घटना सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक उनके पैर में गोली लगी है, जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया और वो खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. पिछले दिनों इमरान खान ने दावा किया था कि उनकी जान को खतरा है, जिसके कुछ ही दिनों बाद यह घटना सामने आई है. ये पहला मौका नहीं है, जब पाकिस्तान में सार्वजिनक रूप से किसी बड़े नेता को गोली मारी गई है. इससे पहले भी पाकिस्तान के कई बड़े नेताओं का सार्वजिनक गोली मारी गई है. आज उन्हीं नेताओं के बार में बताएंगे, जिन्हें गोली मार दी गई या उनकी रहस्यमय तरीके से मौत हो गई.
पाकिस्तान की स्थापना होने के बाद से इस तरह के हमले नताओं पर देखे जा रहे है. शहीद-ए-मिल्लत कहे जाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान (Liaquat Ali Khan) की 16 अक्टूबर 1951 को रावलपिंडी की कंपनी बाग में हत्या कर दी गई थी. मुस्लिम लीग की एक पब्लिक मीटिंग के दौरान मंच पर उनकी हत्या की गई थी.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को जनरल जिया-उल हक के सैन्य शासन द्वारा फांसी दी गई थी, जिसे कानूनी विशेषज्ञों द्वारा 'न्यायिक हत्या' माना जाता है. जियाउल हक 1978 से 1988 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेनाध्यक्ष थे. उन्होंने 5 जुलाई, 1977 को तख्तापलट में देश के पहले लोकतांत्रिक रूप से चुने गए प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो से सत्ता हथिया ली थी.
जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी दिए जाने के 9 साल बाद, 17 अगस्त 1988 को एक रहस्यमय विमान दुर्घटना में जिया-उल हक की मौत हो गई, जिसे व्यापक रूप से एक सुनियोजित हत्या माना जाता था. जिस वक्त उनकी मौत हुई थी, वो मुख्य मार्शल-लॉ प्रशासक के साथ-साथ सेना प्रमुख भी थे.
27 दिसंबर, 2007 को लियाकत अली खान की हत्या के 55 साल बाद उसी लियाकत गार्डन में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई. बेनजीर भुट्टो, जुल्फिकार अली भुट्टो की बेटी थी. रिपोर्ट के मुताबिक बेनजीर भुट्टो की हत्या करने का प्रयास इससे पहले दो बार और किया गया. आजतक इस बात का पता नहीं लगाया जा सका है कि उनकी हत्या किसने करवाई थी. हालांकि इस हत्या का जिम्मेदार तालिबान को भी ठहराया गया.
इस घटना के काफी दिनों बाद बीबीसी को दिए गए इंटरव्यू में जनरल मुशर्रफ ने कहा था कि इस हत्या में प्रशासन के लोग शामिल हो सकते हैं.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के बेटे शाहनवाज भुट्टो को 18 जुलाई 1985 की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी.
वह फ्रांस के दक्षिण में अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ छुट्टियां बिता रहे थे. वो देर रात तक जग रहे थे और अगली सुबह ही उनकी पत्नी रेहाना ने उनके मरने की सूचना दी थी.
कानून के मुताबिक फ्रांसीसी पुलिस ने रेहाना को उसके मरने वाले पति की मदद नहीं करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था और 6 महीने बाद रिहा किया गया.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के भाई मुर्तजा भुट्टो की 20 सितंबर, 1996 को कराची में हत्या कर दी गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल के अधिकारियों ने बताया था कि कराची स्थित उनके घर के बाहर पुलिस के साथ मुठभेड़ में गोली मारकर हत्या कर दी गई.
वहां पर मौजूद लोगों ने बताया था कि संघर्ष में कम से कम छह अन्य लोग भी मारे गए और कई घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि दो अधिकारी घायल हो गए.
मुर्तजा भुट्टो को गर्दन और पेट में छह गोलियां लगी थीं. उसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया और ऑपरेशन के दौरान ही उनकी मौत हो गई.
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