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डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन के मुख्य सलाहकारों में 2 भारतीय शामिल हुए हैं, न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. विवेक मूर्ति, और हार्वर्ड के इकोनॉमिस्ट राज चेट्टी, उनकी टीम में शामिल हैं, जो कोरोना महामारी, इकनॉमिक रिकवरी, फॉरेन पॉलिसी और क्लाइमेट चेंज पर गाइड कर रहे है.
न्यू यॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक ,आने वाले चुनाव में अगर जो बाइडेन चुनाव जीत जाते हैं, तो उनके सामने 2 बहुत बड़ी चुनौतियां होंगी, पहली तो इस कोरोना महामारी को नियंत्रण में करना और दूसरी, इस गिरती अर्थव्यवस्था को संभालना जिसके लिए उन्हें कुछ होनहार हेल्थ एक्सपर्टस और इकनॉमिक एक्सपर्टस की जरूरत होगी, जो कि उन्हें इस मामले में सही और उचित सलाह दे सकें .
उनके मुख्य सलाहकारों में से एक विवेक मूर्ति है जो बराक ओबामा की प्रेसीडेंसी में US सर्जन जनरल रह चुके है , वही दूसरे है हार्वर्ड के इकनॉमिस्ट राज चेट्टी , जो बाइडेन को बहुत समय से आर्थिक मुद्दों पर गाइड करते रहे हैं.
बाइडेन ने मूर्ति और फ़ूड एंड ड्रग डिपार्टमेंट के मुख्य प्रबंधक डॉक्टर केसलर से अमेरिका की मेडिकल स्थिति पर कई बार बात की है और इसे नियंत्रण में रखने के लिए कई सारी राय भी मांगी है. रिपोर्ट के मुताबिक केसलर उन्हें यह बताते है की महामारी के कुछ शुरुआती दिनों में, मूर्ति और केसलर, जो बाइडेन से रोज इस महामारी के बारे में बात करते थे और उन्होंने बाइडेन को इस माहमारी, इसके विज्ञान, वैक्सीन, टेस्टिंग, इन सभी से संबंधित करीब 80-90 डाक्यूमेंट्स की एक फाइल बनाकर भेजी है.
मूर्ति और केसलर कोरोना की शुरुआत से ही इस पर रिसर्च कर रहे हैं और दोनों, वैक्सीनोलॉजिस्ट और कुछ ऐसे एक्सपर्ट्स के साथ टच में है जो की उन्हें, इस महामारी के बारे में सारी महत्वपूर्ण जानकारी देते रहें है, ताकि यह दोनों सारी जानकारी बाइडेन तक पहुंचा सके, जो की उन्हें आने वाले चुनाव में काफी मदद करेगी .
इकॉनमी को लेकर बाइडेन ने अपने सलाहकारों का एक बहुत बड़ा नेटवर्क तैयार किया है, रिपोर्ट का कहना है कि बाइडेन के इस नेटवर्क में कई सारे अलग-अलग फील्ड के एक्सपर्ट्स शामिल है.राज चेट्टी जो इकॉनमी के मामले में बाइडेन के मुख्य सलाहकार है, पिछले कुछ सालों से इकनॉमिक मोबिलिटी की जड़ तक जाकर उसपर रिसर्च कर रहें है. उनके सलाहकारों में अमेरिका के फेडरल रिजर्व की पूर्व चैयरमेन 'जेनेट येलेन' भी शामिल है. रिपोर्ट का कहना है कि फॉरेन पॉलिसी को लेकर जितना अनुभव बाइडेन के पास है उतना अनुभव उन्होंने शायद ही पहले कभी किसी राष्ट्रपति के पास देखा होगा.
बाइडेन की फॉरेन पॉलिसी और नेशनल सिक्योरिटी वाली एडवाइजरी में कुछ ऐसे सदस्य भी शामिल हैं, जो की सालों से बाइडेन के साथ काम कर रहे है. बाइडेन अब यह समझ चुके हैं कि, जिन तरीकों से उन्होंने ओबामा सरकार में काम किया था, अब उनमें बदलाव आ चुका है , फिर चाहे वो चीन को समर्थन देने की बात हो , मिडिल ईस्ट की.
बाइडेन के लिए सीनेट फॉरेन रिलेशन कमिटी में डिप्टी सिक्योरिटी एडवाइजर और डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट के पद पर काम किया है, वो ब्लिंकेन आज भी बाइडेन की फॉरेन पालिसी के एक मुख्य सलाहकार की भूमिका निभा रहें है और फिर से ब्लिंकेन को उन्हें दोनों पुराने पदों का उम्मीदवार भी समझा जा रहा है .
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