advertisement
इजरायल और हमास के युद्ध (Israel-Hamas War) का 14 अक्टूबर को सातवां दिन है. नॉर्थ गाजा को खाली करने के अल्टीमेटम के बाद बड़ी संख्या में गाजा से लोग पलायन कर गए हैं. वहीं, इजरायल ने ग्राउंड ऑपरेशन से पहले ही गाजा पर कई जगह रेड मारे और उसने माना कि वह ग्राउंड ऑपरेशन शुरू करेगा. जानिए अब तक के बड़े अपडेट्स...
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि गाजा में कम से कम 2,215 लोग मारे गए हैं और 8,714 घायल हुए हैं. वेस्ट बैंक में 54 लोग मारे गए और 1,100 घायल हुए.
हमास के हमले में 1,300 से ज्यादा लोग मारे गए है. AFP समाचार एजेंसी ने अपने राष्ट्रीय अधिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर 100 से अधिक विदेशियों की एक सूची तैयार की है जिनकी मृत्यु, लापता या बंधक बनाए जाने की पुष्टि की गई है.
अमेरिका: 27 मरे
थाईलैंड: 24 मरे
फ्रांस: 15 मरे
नेपाल: 10 मरे
अर्जेंटीना: 7 मरे
यूक्रेन: 7 मरे
रूस: 4 मरे
यूके: 4 मरे
चिली: 4 मरे
ऑस्ट्रिया: 3 मरे
बेलारूस: 3 मरे
कनाडा: 3 मरे
चीन: 3 मरे
फिलीपींस: 3 मरे
ब्राजील: 3 मरे
पेरू: 2 मरे
रोमानिया: 2 मरे
ऑस्ट्रेलिया, अजरबैजान, कंबोडिया, आयरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्विट्जरलैंड, कोलंबिया और पैराग्वे के रहने वाले एक-एक लोग मारे गए हैं.
इजरायली सेना ने गाजा में जमीनी छापेमारी की. इस दौरान सेना ने कुछ इजरायली नागरिकों के शव बरामद किए हैं. इजरायल के अखबारों का दावा है कि ये शव हमास में बंधक बनाए गए लोगों का है.
इसराइली अख़बार 'हारित्ज़' और 'यरुशलम पोस्ट' ने इजरायल डिफेंस फोर्सेज के हवाले से खबर दी है कि सेना को कई अज्ञात लाशें मिली हैं. इन्हें इजरायली क्षेत्र में लाया जा रहा है.
'यरुशलम पोस्ट' ने लिखा "हमास के ठिकानों पर शुरू हुई छापेमारी में इजरायल की पैदल सेना और हथियारबंद यूनिटों ने हिस्सा लिया था. इस दौरान हमास के एक ठिकाने पर दबिश के दौरान इजरायली इलाके पर एंटी टैंक मिसाइलों से हमला किया गया था. वहीं, IDF ने माना कि 120 इजरायली नागरिकों को बंधक बनाया गया है.
रिपोर्ट में आईडीएफ के प्रवक्ता डैनियल हगारी के हवाले से कहा गया है कि सैनिकों को ऐसी वस्तुएं भी मिलीं, जिनसे और अधिक इजरायली के लापता होने का सबूत मिलता है. छापे के दौरान, इजरायली सेना ने "हमास सहित आतंकवादियों को ठिकाने और दस्तों को भी नष्ट कर दिया, जिसने इजरायल की ओर एंटी-टैंक मिसाइलें दागी थीं."
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 13 अक्टूबर तक, गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 1,900 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 614 बच्चे और 370 महिलाएं शामिल हैं. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दिन के दौरान वेस्ट बैंक में कम से कम 16 फिलिस्तीनियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
इसराइली सेना ने कहा है कि उसने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले किए हैं. हाइफा से सटे इलाके में दो ठिकानों का पता लगाने के बाद उसने इन पर हमले किए.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, एक प्रवक्ता ने कहा कि इसका उद्देश्य "आतंकवादियों और हथियारों का सफाया" और हमास ने जिन्हें बंधक बनाए हैं, उन्हें तलाश करना है.
संयुक्त राष्ट्र मानवतावादी कार्यालय ओसीएचए के अनुमान के अनुसार, गाजा में हजारों लोग अपने घर छोड़कर दक्षिण की ओर चले गए हैं. खाली करने के अल्टीमेटम से पहले 400,000 से अधिक फिलिस्तीनी पहले ही चले गए थे.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है...
मध्य पूर्व में व्यापक युद्ध को रोकने की कोशिश के लिए ब्लिंकन 13 अक्टूबर से छह अरब देशों के दौरे पर हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने गाजा में अमेरिकी बंधकों को रखने वाले आतंकवादियों से छुड़ाने को लेकर कहा “हम उन्हें ढूंढने के लिए अपनी शक्ति में सब कुछ करने जा रहे हैं. सब कुछ हमारी शक्ति में है. मैं इसके बारे में विस्तार से नहीं जा रहा हूं, लेकिन हम इस पर बहुत काम कर रहे हैं.''
दक्षिण लेबनान में वॉर को कवर कर रहे अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों की एक सभा में एक इजरायल की ओर से मिसाइल हमले में एक पत्रकार की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए.
रॉयटर्स ने पुष्टि की कि उसके वीडियोग्राफर इस्साम अब्दुल्ला की हत्या कर दी गई. इस बीच, बीबीसी ने कहा कि तेल अवीव में इजरायली पुलिस के रोके जाने के बाद उसके पत्रकारों पर हमला किया गया और उन्हें बंदूक की नोक पर रखा गया.
इधर, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शोक जताते हुए कहा "मैं उन पत्रकारों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं, जिन्होंने दुनिया भर में लोगों तक सच्चाई पहुंचाने का काम करते हुए अपनी जान गंवा दी. उनके परिवारों और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं."
इधर, ईरान ने इजरायल को गाजा पट्टी पर हमले जारी रखने के लिए बड़ी चेतावनी दी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के विदेश मंत्री ने चेतावनी दी कि अगर गाजा पट्टी पर इजराइल के हमले तुरंत नहीं रुके तो हिंसा मध्य पूर्व के अन्य हिस्सों में फैल सकती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)