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मध्य पूर्व (Middle East) में जंग की आशंका के बीच ईरान (Iran) में धमाके की आवाज सुनी गई है. वहीं अमेरिका (US) के दो अधिकारियों ने कहा है कि इजरायल (Israel) ने ईरान पर मिसाइल से हमला किया है. अमेरिकी अधिकारियों ने ये जानकारी सीबीएस न्यूज को दी है. वहीं, इसका असर शेयर बाजार और तेल के दामों पर देखने को मिल रहा है.
ईरान पर हुए मिसाइल हमले की फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. फिलहाल, अमेरिका ने ही हमले की पुष्टी की है. इसके बाद ईरान ने ऐसे किसी भी हमले की बात को खारिज कर दिया है.
ये धमाके ईरान के इस्फहान शहर में होने का दावा किया जा रहा है.
इस्फहान वही शहर है, जहां ईरान की सेना का बड़ा एयर बेस है और इस क्षेत्र में परमाणु हथियारों से जुड़े कई अहम ठिकाने भी हैं.
हालांकि, ईरान के सरकारी मीडिया ने कहा कि, देश के एयर डिफेंस सिस्टम को कई प्रांतों में सक्रिय कर दिया गया है.
एक ईरानी अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि इस्फहान में सुने गए विस्फोट ईरान की वायु रक्षा प्रणालियों की सक्रियता का परिणाम थे, उन्होंने दावा किया कि क्षेत्र के अंदर कोई मिसाइल हमला नहीं किया गया है.
संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था (IAEA) ने पुष्टि की है कि 19 अप्रैल की सुबह कथित इजरायली ड्रोन हमले के बाद ईरानी परमाणु स्थलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
दुबई स्थित कैरियर्स एमिरेट्स और फ्लाई दुबई सहित बाकी उड़ानों ने 19 अप्रैल की सुबह बिना किसी स्पष्टीकरण के पश्चिमी ईरान में अपने रूट को डाइवर्ट करना शुरू कर दिया है. दरअसल, एविएटर्स (विमान चालकों) को स्थानीय चेतावनियों से पता चला कि हवाई क्षेत्र शायद बंद कर दिया गया है.
आस्ट्रेलिया ने भी इजरायल में रहे अपने लोगों से आग्रह किया गया है कि वे इजरायल छोड़ दें.
इजरायल-ईरान के बीच बढ़ते तनाव की वजह से शेयर बाजार पर भी तनाव बढ़ा है. शुक्रवार को बाजार के खुलते ही इसमें भारी गिरावट देखी गई है. बीएसई सेंसेक्स 489 अंक गिरकर 71,999 पर आ गया. एनएसई निफ्टी 50 शुरुआती कारोबार में 134 अंक गिरकर 21,861 पर खुला. बैंक निफ्टी इंडेक्स 324.5 अंक की गिरावट के साथ 46,744 पर खुला. यानी निवेशकों के 3.71 लाख करोड़ भी डूब गए हैं.
उधर, भारतीय रुपया भी रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला. रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.5550 रुपए पर खुला. यह पिछले रिकॉर्ड निचले स्तर 83.5475 और गुरुवार की क्लोजिंग 83.5375 से नीचे आ गया है.
मध्य पूर्व में बढ़ते संकट के बीच तेल की आपूर्ति को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. इसके बाद कच्चे तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिला है. ब्रेंट क्रूड की कीमत 3.03 डॉलर या करीब 3.5% चढ़कर 90.14 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई. अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 3.03 डॉलर या 3.7% बढ़कर 85.76 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है.
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