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जापान (Japan) के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (PM Fumio Kishida) पर शनिवार, 15 अप्रैल को स्मोक बम (Smoke Bomb) से हमला किया गया. हालांकि, घटना में पीएम बाल-बाल बच गये और पुलिस अधिकारियों ने उन्हें सुरक्षित उस स्थान से निकाल लिया है.
जानकारी के अनुसार, घटना उस वक्त हुई जब, प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा वाकायामा शहर में निचली सदन के उपचुनाव के प्रचार में सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के एक उम्मीदवार के समर्थन में भाषण देने वाले थे.
रॉयटर्स के मुताबिक, विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दिए जाने के बाद जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को उस जगह से निकाला गया. जापान के टीवी NHK द्वारा जारी किए गए वीडियो फुटेज में जनता के सदस्यों को भागते हुए और घटना के बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार करते हुए दिखाया गया है.
फुटेज में कई लोगों को दिखाया गया है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे पुलिस अधिकारी हैं, जो संदिग्ध को जमीन पर पकड़े हुए हैं. घटनास्थल पर मौजूद नगर परिषद के एक सदस्य ने NHK को बताया कि विस्फोट से कुछ ही समय पहले एक "सिलेंडर के आकार की चांदी की वस्तु" मेरे सामने "लगभग दो मीटर" उड़ी थी.
एक अन्य चश्मदीद ने भी "एक चांदी के सिलेंडर" को देखने की सूचना दी, यह कहते हुए कि "एक बड़ी आवाज सुनाई देने से पहले इसे फेंका गया और फिर थोड़ा सा चमक गया."
यह घटना पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की पिछले साल जुलाई में उच्च सदन चुनाव से पहले एक स्टंप भाषण के दौरान गोली मारकर हत्या किए जाने के महीनों बाद हुई है.
पिछले साल 8 जुलाई को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली लगने से मौत हो गई थी. नारा शहर में उन पर एक शख्स ने पीछे से गोली मार दी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका था.
शिंजो आबे पर ये हमला तब हुआ था जब वो एक छोटी जनसभा को संबोधित कर रहे थे. बताया गया है कि गोली लगने के बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके चलते उनकी मौत हो गई. वहीं, पुलिस ने हमलावर तेत्सुया यमगमी (41) को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था.
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