advertisement
अमेरिका और रूस में चल रहे मतभेदों के बीच बुधवार को जो बाइडेन (Joe Biden) और व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की स्विट्जरलैंड के जिनेवा में मुलाकात हुई. राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडेन की ये व्लादिमीर पुतिन से पहली मुलाकात थी. इसको लेकर किसी बहुत बड़े हलचल की उम्मीद नहीं थी लेकिन दुनियाभर की नजर इन दो महाशक्तियों के राष्ट्राध्यक्षों पर टिकी हुई थी. बाइडेन के साथ बैठक के बाद व्लादिमीर पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इसे कुल मिलाकर 'प्रोडक्टिव' बताया. जिनेवा में पत्रकारों से पुतिन ने कहा-"ये एक ठोस मुलाकात थी और एक ऐसे माहौल में हुई है जिसका मकसद ही रिजल्ट हासिल करना था".
रूस के राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि जो बाइडेन ने उन्हें व्हाइट हाउस के लिए इनवाइट नहीं किया है. पुतिन का कहना है कि ऐसी मुलाकात के लिए सारी शर्तों का सही होना जरूरी होता है.
व्लादिमिर पुतिन ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये भी कहा कि दोनों देश अब अपने राजनयिकों को वापस बुलाने पर सहमत हो गए हैं. इससे पहले रूस-अमेरिका के राजनयिक वापस आ गए थे. करीब तीन महीने पहले बाइडेन के पुतिन पर एक बयान के बाद रूसी राजदूत ने अमेरिका छोड़ दिया था. वहीं करीब दो महीने पहले अमेरिकी राजदूत ने मॉस्को छोड़ दिया था. अब इस तनाव भरे दौर के बीच पुतिन बैठक के बाद कह रहे हैं कि दोनों देश राजनयिकों को वापस बुला रहे हैं.
पुतिन का कहना है कि बाइडेन और वो दोनों ही साइबर सुरक्षा के लिए बातचीत को लेकर प्रतिबद्ध हैं.
व्लादिमीर पुतिन पर अपने विरोधियों को दबाने के आरोप लगते रहे हैं. ऐसे में जब पुतिन से जेल में बंद आलोचक और विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि वो शख्स रूसी कानून का लगातार उल्लंघन करने का आरोपी है और इसके बारे में जो इंटरनेशनल मीडिया में रिपोर्ट किया गया है वो निष्पक्ष नहीं है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)