Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019World Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Liz Truss: 7 साल की उम्र में मिले थे 0 वोट, अब जीता ब्रिटिश प्रधानमंत्री चुनाव

Liz Truss: 7 साल की उम्र में मिले थे 0 वोट, अब जीता ब्रिटिश प्रधानमंत्री चुनाव

Liz Truss ने भारतीय मूल के Rishi Sunak को हराया

आशुतोष कुमार सिंह
दुनिया
Updated:
<div class="paragraphs"><p>Liz Truss: 7 साल की उम्र में मिले थे 0 वोट, अब जीता ब्रिटिश प्रधानमंत्री चुनाव</p></div>
i

Liz Truss: 7 साल की उम्र में मिले थे 0 वोट, अब जीता ब्रिटिश प्रधानमंत्री चुनाव

फोटो- PTI

advertisement

लिज ट्रस (Liz Truss) ऋषि सुनक को पछाड़ते हुए यूके की अगली पीएम बन गई हैं. चलिए आपको बताते हैं कि सात साल की उम्र में अपने स्कूल के मॉक इलेक्शन में 0 वोट हासिल करने से लेकर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनने तक लिज ट्रस की कहानी कैसी रही है.

Liz Truss Profile: छोटी सी उम्र में ही राजनीति को अपना लिया था 

मैरी एलिजाबेथ ट्रस या लिज ट्रस का जन्म 1975 में ऑक्सफोर्ड में हुआ था. भले ही आज लिज ट्रस कंजर्वेटिव पार्टी के लीडरशिप की रेस में सबसे आगे हैं, उन्होंने खुद अपने पिता, जो गणित के प्रोफेसर थे और अपनी मां, जो एक नर्स थीं, को "वामपंथी" बताया है.

दिलचस्प वाकया यह है कि साल 1981-1983 के बीत लिज ट्रस की मां परमाणु निरस्त्रीकरण अभियान के लिए मार्च निकाल रहीं थीं. वो ऐसे संगठन की मेंबर थीं जो लंदन के पश्चिम में अमेरिकी परमाणु हथियार स्थापित करने की अनुमति देने के मार्गरेट थैचर सरकार के फैसले का जोरदार विरोध कर रहा था.

RAF/USAF ग्रीनहैम कॉमन, बर्कशायर (1982) के चारो ओर ह्यूमन चेन बनाकर विरोध करती 30 हजार महिलाएं

(फोटो- iwm.org.uk)

दूसरी ओर लगभग ठीक इसी समय लिज ट्रस 7 साल की उम्र में स्कूल के मॉक इलेक्शन में मार्गरेट थैचर की भूमिका निभा रही थीं. हालांकि यहां उन्हें एक भी वोट नहीं मिला था. सालों बाद ट्रस ने उसे याद करते हुए कहा कि "उस मॉक इलेक्शन में मैंने भाग लिया और हस्टिंग्स में अपनी समझ से एक जोरदार भाषण दिया, लेकिन आखिर में मुझे एक भी वोट नहीं मिले. यहां तक कि मैंने भी अपने आप को वोट नहीं दिया"

इस मॉक इलेक्शन के वाकये के ठीक 39 साल बाद आज लिज ट्रस वास्तविक रूप से आयरन लेडी कही जानें वालीं थैचर का अनुसरण करने हुए कंजर्वेटिव पार्टी की नेता और प्रधान मंत्री बनने की दहलीज पर खड़ी हैं.

Liz Truss Profile: कॉलेज में डेमोक्रेट से कंजर्वेटिव बनने का सफर 

स्कूली पढ़ाई के बाद लिज ट्रस ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में फिलॉसोफी, राजनीति और इकनॉमी पढ़ने के लिए एडमिशन लिया. आज कंजर्वेटिव पार्टी की लीडर बनने जा रहीं ट्रस तब लिबरल डेमोक्रेट्स के लिए छात्र राजनीति में सक्रिय रहीं और पार्टी की कार्ड होल्डर मेंबर थीं.

BBC की एक रिपोर्ट के अनुसार डेमोक्रेट्स पार्टी के 1994 के सम्मेलन में उन्होंने ब्राइटन में दिए एक भाषण में यूके में मौजूद राजशाही को खत्म करने की वकालत की थी, यहां उन्होंने कहा कि "हम लिबरल डेमोक्रेट सभी के लिए अवसर में विश्वास करते हैं. हम यह नहीं मानते हैं कि कुछ लोग शासन करने का अधिकार लिए पैदा हुए हैं."

हालांकि ऑक्सफोर्ड में रहते ही ट्रस ने लिबरल डेमोक्रेट्स का साथ छोड़ा और 180 डिग्री पलटी मारते हुए कंजर्वेटिव पार्टी में स्विच कर गयीं. ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद उन्होंने एक कंपनी में एकाउंटेंट के रूप में काम किया और साल 2000 में उसी कंपनी के अकाउंटेंट ह्यूग ओ'लेरी से शादी कर ली. लिज ट्रस के दो बच्चे हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

Liz Truss Profile: राजनीतिक सफर की शुरुआत 

लीज ट्रस के राजनीतिक सफर की शुरुआत 2001 के आम चुनावों से हुई जब उन्होंने हेम्सवर्थ, वेस्ट यॉर्कशायर से टोरी/ कंजर्वेटिव पार्टी की उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा था. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा. ट्रस ने 2005 में, वेस्ट यॉर्कशायर के ही काल्डर वैली सीट से फिर चुनाव लड़ा लेकिन इस बार भी उन्हें एक और हार का सामना करना पड़ा.

हालंकि इन हारों से उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं में कोई कमी नहीं आई. उन्हें 2006 में ग्रीनविच, साउथ-ईस्ट लंदन में एक काउंसलर के रूप में चुना गया. उन्होंने 2008 से राइट-ऑफ-सेंटर रिफॉर्म थिंक टैंक के लिए भी काम किया.

लिज ट्रस अपना नाम बना रहीं थीं और तात्कालिक कंजर्वेटिव पार्टी के लीडर डेविड कैमरन ने उन्हें 2010 के चुनाव में प्राथमिकता वाले उम्मीदवारों की "A-लिस्ट" में रखा. लिज ट्रस को पार्टी ने साउथ-वेस्ट नॉरफॉक की सुरक्षित सीट से उतारा. ट्रस ने 13 हजार से अधिक मतों से इस सीट पर जीत हासिल की.

सांसद बनने के ठीक दो साल बाद 2012 में उन्होंने एक शिक्षा मंत्री के रूप में ब्रिटिश सरकार में प्रवेश किया और 2014 में पर्यावरण सचिव के रूप में प्रोमोट हुईं.

याद रहे कि ट्रस ने ब्रेक्जिट के मुद्दे पर भी पलटी मारी थी. शुरूआत में जनमत संग्रह के पहले उन्होंने कहा था कि ब्रेक्सिट "एक तिहरी त्रासदी होगी - यूरोपीय संघ को सामान बेचने में अधिक समय लगेगा, अधिक नियम का पालन करना होगा और अधिक फॉर्म भरने होंगे". हालांकि बाद में उन्होंने अपना स्टैंड बदल दिया और तर्क दिया कि ब्रेक्सिट ने "जैसे सब चलता है, उसे हिला कर रख दिया है"

थेरेसा मे के प्रधानमंत्री रहते उन्होंने ट्रेजरी के मुख्य सचिव बनने से पहले न्याय सचिव के रूप में भी काम किया. जब 2019 में बोरिस जॉनसन प्रधान मंत्री बने, तो लिज ट्रस को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सचिव बना दिया गया.

2021 में 46 वर्ष की आयु में वह डोमिनिक राब की जगह विदेश सचिव बनीं और सरकार में सबसे बड़े पदों में से एक पर बैठीं. इस पद पर रहते हुए उन्होंने ब्रेक्सिट के बाद के EU-UK के कुछ हिस्सों को हटाकर उत्तरी आयरलैंड प्रोटोकॉल की उलझी हुई समस्या को हल करने की मांग की.

स्कैंडल्स में उलझने के बाद व्यापक आक्रोश और मंत्रियों के बड़े पैमाने पर इस्तीफे के बाद जॉनसन ने जुलाई 2022 की शुरुआत में कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया और यूके में अगले पीएम का रास्ता खुल गया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 05 Sep 2022,01:07 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT