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नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने शनिवार को कहा कि नेपाल से भारत विरोधी गतिविधियों को अनुमति नहीं दी जाएगी. यह बयान हालिया समय में नेपाल-भारत के संबंधों में आई कड़वाहट की वजह से अहम हो जाता है.
सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) द्वारा संचालित भारत की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना को देखने के लिए प्रचंड, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर गए थे. इस मौके पर प्रचंड ने कहा,
एसजेवीएनएल नेपाल में 900 मेगावाट क्षमता वाली अरुण परियोजना के तृतीय चरण की शुरुआत कर रही है. योजना 5 साल में पूरी हो जाएगी. नेपाल में जल विद्युत की आपार संभावनाएं हैं,जिसका बड़े पैमाने पर दोहन नहीं हुआ है. एसजेवीएनएल केंद्र और हिमाचल प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम है.
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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