advertisement
उत्तर कोरिया (North Korea) ने 28 सितंबर को समुद्र में एक मिसाइल दागी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जापानी सरकार ने कहा कि प्रोजेक्टाइल जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर पानी में गिर गया. दक्षिण कोरिया की सेना के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 6.40 बजे Jagang से अपने पूर्वी तट से समुद्र में प्रोजेक्टाइल (अज्ञात प्रक्षेप्य) दागा.
मिसाइल की डिटेल्स का दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी अधिकारियों द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है.
उत्तर कोरिया के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र (UN) को बताया कि देश को हथियारों का परीक्षण करने का अधिकार है, क्योंकि इसके खिलाफ निर्देशित 'शत्रुतापूर्ण' नीतियां हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया के दूत, किम सोंग ने UN में कहा कि 'प्योंगयांग के पास हथियार विकसित करने, आत्मरक्षा का अधिकार' है. उन्होंने कहा, "कोई भी DPRK के लिए, उनके (दक्षिण कोरिया और अमेरिका) के पास या विकसित किए जा रहे हथियार सिस्टम के समान सिस्टम को विकसित करने, टेस्ट करने, मैन्युफैक्चर करने और रखने के लिए आत्मरक्षा के अधिकार से इनकार नहीं कर सकता है."
जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने कहा कि उत्तर कोरियाई प्रक्षेपण के बाद जापान निगरानी बढ़ा देगा.
ये घटना 15 सितंबर को जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर पानी में दो बैलिस्टिक मिसाइलों के उत्तर कोरियाई प्रक्षेपण के बाद हुई. जापान के विश्लेषण के मुताबिक, दोनों मिसाइलें लगभग 50 किमी की ऊंचाई तक पहुंच गई.
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग ने इस लॉन्च की निंदा करते हुए चर्चा करने पर जोर दिया है. अमेरिका ने एक बयान में कहा, "ये लॉन्च UN सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों का उल्लंघन है और उत्तर कोरिया के पड़ोसियों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए खतरा है. हम DPRK के लिए एक कूटनीतिक दृष्टिकोण के लिए प्रतिबद्ध हैं और उनसे बातचीत में शामिल होने की अपील करते हैं."
(इनपुट्स- IANS)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)