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पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि अमेरिका अपने पहले के ‘हैंगओवर' से बाहर आए और इस्लामाबाद को 'अफगानिस्तान प्रिज्म' से देखना छोड़ दे. उन्होंने कहा कि अमेरिका को संबंधों के द्विपक्षीय पहलू पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
कुरैशी ने जापानी अखबार निक्केई को दिए एक इंटरव्यू में इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान की प्राथमिकता में अब आर्थिक विकास और मानव विकास शामिल है.
अमेरिका और चीन के साथ गठजोड़ से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिकियों से कह रहा है, "अगर आप चले जाते हैं, तो किसी को कदम उठाना होगा."
उन्होंने कहा, ''आप पाकिस्तान में निवेश नहीं कर रहे हैं, आप पाकिस्तान से नहीं जुड़ रहे हैं, तो आप इस द्विपक्षीय संबंध को बनाने में कैसे मदद कर रहे हैं? ऐसा करने का एकमात्र तरीका एक-दूसरे से जुड़े रहना है. अब अगर आप केवल लेन-देन से जुड़ा रिश्ता बनाते हैं, तो यह काम नहीं करेगा. आप केवल यह कहते नहीं रह सकते- अफगानिस्तान, अफगानिस्तान, अफगानिस्तान"
हालांकि, अफगानिस्तान के महत्व को ध्यान में रखते हुए, मंत्री ने कहा कि इस्लामाबाद इस युद्धग्रस्त देश में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए जो कुछ भी कर सकता है वो कर रहा है. उन्होंने कहा, "लेकिन हमें अफगानिस्तान प्रिज्म से देखना बंद करो."
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