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पाकिस्तान ने गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर एक सिक्का जारी किया है. पाकिस्तान ने यह फैसला तब किया है जब बीते सप्ताह भारत के साथ करतारपुर कॉरिडोर पर सिखों के लिए मुफ्त धार्मिक वीजा पर समझौता हुआ है.
सिक्के पर एक ओर गुरुद्वारा दरबार करतारपुर का चित्र है, जबकि दूसरी ओर पाकिस्तान का प्रतीक चिन्ह है.
एक फेसबुक पोस्ट में, प्रधानमंत्री इमरान खान ने सिक्के की एक तस्वीर शेयर की.
इमरान खान नौ नवंबर को करतारपुर गलियारे (Kartarpur Corridor) का उद्घाटन करेंगे, जिससे पहले यह सिक्का जारी किया गया है.
गुरुद्वारा दरबार साहिब रावी नदी के किनारे पाकिस्तान के नरोवाल जिले में स्थित है और भारत के डेरा बाबा नानक से इसकी दूरी लगभग चार किलोमीटर है. चूंकि पाकिस्तान के करतारपुर में ही गुरुद्वारा दरबार साहिब है इसलिए डेरा बाबा नानक से गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जाने के लिए जो रास्ता बना है, उसे करतारपुर कॉरिडोर कहते हैं.
इस गलियारे के जरिए प्रतिदिन 5,000 भारतीय तीर्थयात्री गुरुद्वारा दरबार साहिब जा सकेंगे, जहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे.
कश्मीर मुद्दे पर द्विपक्षीय खींचतान के बावजूद भारत और पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह करतारपुर कॉरिडोर के समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो भारतीय तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जन्म स्थान पर स्थित गुरुद्वारे तक वीजा फ्री यात्रा की इजाजत देगा.
हालांकि पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए एक शर्त रखी है. जिसके तहत पाकिस्तान भारतीय यात्रियों से फीस वसूल करेगा. पाकिस्तान ने प्रति यात्रा प्रति व्यक्ति 20 डॉलर फीस लगाने की शर्त रखी है. भारत ने पाकिस्तान से यात्रियों से फीस नहीं वसूलने का आग्रह किया था.
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