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पाकिस्तान पर आतंक को पनाह देने का आरोप कोई नया नहीं है. इसी के चलते ग्लोबल टेरर फाइनेंसिंग वॉचडॉग एजेंसी FATF ने उसे ग्रे लिस्ट में डाल दिया था. लेकिन अब एक बार फिर FATF ने कहा है कि फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखा जाएगा. क्योंकि उसने आतंक पर लगाम लगाने की जो शर्तें थीं उन्हें अब तक पूरा नहीं किया है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने इससे पहले भी आतंक पर एक्शन प्लान को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी दी थी.
FATF की तरफ से जारी बयान के मुताबिक पाकिस्तान ने अब तक आतंक को लेकर एक्शन प्लान को पूरा नहीं किया है. जिसमें आतंकी संगठनों को बैन करना और उनकी फंडिंग रोकने जैसी कार्रवाई शामिल थी.
बता दें कि इससे पहले फरवरी में भी इसी मामले को लेकर FATF पाकिस्तान को फटकार लगा चुका है. एजेंसी ने फरवरी में कहा था कि फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखा जा रहा है और अगर उसने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो उसके खिलाफ और सख्त एक्शन लिए जाएंगे. पाकिस्तान को जून 2020 तक सभी 27 निर्देशों का पालन करने को कहा गया था.
FATF एक इंटर-गवर्नमेंटल संगठन है, जिसे 1989 में मनी लॉन्डरिंग, टेरर फाइनेंसिंग और इंटरनेशनल फाइनेंशियल सिस्टम को खतरे से निपटने के लिए बनाया गया था. FATF में अभी 39 सदस्य हैं. भारत इसके एशिया-पैसिफिक ग्रुप का मेंबर है.
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