advertisement
ट्रक ड्राइवरों की कमी (Lack of truck drivers) के चलते पैनिक बाइंग के बाद यूके (UK) के शहरों में पेट्रोल पंप सूखने (Petrol pump dry) लगे हैं.
27 सितंबर को यूके के फिलिंग स्टेशनों से कारों की कतारें वापस आ गईं. सरकार के आश्वासन के बावजूद कि ईंधन की कमी नहीं है, कई खुदरा विक्रेताओं को पेट्रोल की कमी के चलते अपनी दुकानें बंद करनी पड़ी.
स्वतंत्र ईंधन खुदरा विक्रेताओं का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था पेट्रोल रिटेलर एसोसिएशन (पीआरए) के अध्यक्ष ब्रायन मैडरसन ने यूके के ब्रॉडकास्टर स्काई न्यूज को बताया, "हमारे कुछ सदस्य ने रिपोर्ट किया है कि कल तक 50% साइटों पर तेल सूख गया था. कुछ तो रिपोर्ट कर रहे हैं कि 90 % कल तक सूखे हैं."
यूके सरकार देश भर में ईंधन पहुंचाने में मदद करने के लिए सेना में मसौदा तैयार करने पर विचार कर रही है
ब्रिटिश तेल की दिग्गज कंपनी बीपी ने कहा कि देश भर में उसके लगभग एक तिहाई स्टेशन ईंधन के दो मुख्य ग्रेड - अनलोडेड पेट्रोल और डीजल से बाहर हो गए थे.
पैनिक बाइंग ने सरकार को प्रतिस्पर्धा कानूनों को निलंबित करने और कंपनियों को एक साथ काम करने की इजाजत देने के लिए मजबूर किया है.
व्यापार सचिव क्वासी क्वार्टेंग ने कहा कि निलंबन से फर्मों को जानकारी साझा करने और उनकी प्रतिक्रिया का समन्वय करने की अनुमति मिलेगी.
व्यापार विभाग ने एक बयान में कहा, "ये कदम सरकार को ईंधन उत्पादकों, आपूर्तिकर्ताओं, मालवाहकों और खुदरा विक्रेताओं के साथ रचनात्मक रूप से काम करने की अनुमति देगा ताकि रुकावटों को कम से कम किया जा सके."
इस स्थिति में के पैदा होने में एक बड़ा कारण ब्रेक्सिट को माना जा रहा है. ब्रेक्सिट के बाद आने वाले यूरोपीय संघ के नागरिक अब ब्रिटेन में वीजा-मुक्त काम नहीं कर सकते हैं, जैसा कि वे तब कर सकते थे जब यूके ब्लॉक का सदस्य था.
COVID-19 महामारी और ब्रेक्सिट ने स्थिति को और खराब किया है. अलग अलग क्षेत्रों से लगभग 100,000 होलियर और उद्योग चेतावनियों की अनुमानित कमी के बावजूद सरकार ने महीनों तक ज्यादा वीजा देने के पक्ष में नहीं थी.
कई व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि वीजा कदम एक शार्ट टर्म समाधान है और इससे श्रम की भयानक कमी का समाधान नहीं होगा.
सरकार ने कहा कि लंबे समय में ब्रिटिश श्रमिकों को ड्राइविंग नौकरियों को भरने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए. इसके लिए परिवहन कंपनियों से वेतन और काम करने की स्थिति में सुधार करने का आह्वान भी किया गया.
ट्रक ड्राइवरों की कमी ने हाल के महीनों में ब्रिटिश कारखानों, रेस्तरां और सुपरमार्केट को भी प्रभावित किया है.
कमी ने सप्लाई चेन को नुकसान पहुंचाया है जिससे बाजार में सामान लाना मुश्किल हो गया है और क्रिसमस के लिए कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका है.
इनपुट्स - अल जजीरा
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)