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भारत दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) के लिए दुनिया भर के नेताओं की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है. सम्मेलन के लिए पूरी दिल्ली को अनोखे अंदाज में सजाया जा रहा है. लेकिन शिखर सम्मेलन से पहले, अमेरिकी थिंक टैंक ने एक ऐसा रिसर्च जारी किया है, जिसकी पूरे विश्व भर में चर्चा हो रही है.
अमेरिकी थिंक टैंक के प्यू रिसर्च सेंटर ने हाल में एक सर्वे किया था, जिसका निष्कर्ष उन्होंने कुछ दिन पहले जारी किया. इस सर्वे के मुताबिक 23 देशों के भारत के बारे में विचार आम तौर पर सकारात्मक हैं.
सर्वे की विस्तृत जानकारी:
20 फरवरी से 22 मई 2023 के बीच इस सर्वे को किया गया था.
सर्वे में 24 देशों के कुल 30,861 वयस्कों ने हिस्सा लिया था.
सर्वे में क्या निकलकर सामने आया?
सर्वे में शामिल सभी लोगों में से औसतन 46% वयस्क भारत के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं. दूसरी ओर, औसतन 34% लोगों के विचार इसके ठीक विपरीत हैं.
सबसे ज्यादा किस देश ने भारत को पसंद किया?
सबसे ज्यादा इजरायल के लोगों ने भारत प्रति अपनी पसंद जाहिर की है. सर्वे के अनुसार, इजराइल में जिन लोगों से बातचीत की गई, उनमें से 71 प्रतिशत लोग भारत को सकारात्मक दृष्टि से देखते हैं.
इसके अलावा, संयुक्त राज्य अमेरिका, नाइजीरिया, केन्या, ऑस्ट्रिया, यूनाइटेड किंगडम, जापान, दक्षिण कोरिया और इटली जैसे देशों में, आधी से अधिक आबादी के भारत के बारे में सकारात्मक विचार हैं.
नीचे सर्वे की रिपोर्ट की तस्वीर दी गई है:
दुनिया के 12 देशों के वयस्क नागरिकों से प्रधानमंत्री मोदी के संबंध में उनकी राय पूछी गई. रिपोर्ट के मुताबिक नागरिकों की राय मिली-जुली आई.
सर्वे में पाया गया कि विश्व स्तर पर 37% लोगों को पीएम मोदी की कुशलता पर भरोसा है, जबकि 40% लोगों को खास भरोसा नहीं है.
देश में कितने प्रतिशत लोग पसंद करते हैं?
अमेरिकी थिंक टैंक 'प्यू रिसर्च सेंटर' के इस सर्वे में पाया गया है कि देश में रहने वाले तकरीबन 79% भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सकारात्मक रवैया रखते हैं.
इनमें 55 फीसदी भारतीय ऐसे हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अपनी पहली पसंद बताया है.
अन्य देशों में पीएम मोदी को लेकर क्या राय है?
सर्वे के अनुसार , भारतीयों के अलावा, जापान, केन्या और नाइजीरिया के उत्तरदाताओं ने पीएम मोदी पर भरोसा जताया है. 60 प्रतिशत केन्याई लोगों ने कहा है कि वे "विश्व मामलों के संबंध में सही काम करने के लिए मोदी पर भरोसा करते हैं."
हालांकि अर्जेंटीना में केवल 12 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी पर भरोसा है. वहीं दक्षिण अमेरिकी देश में उत्तरदाता उनके बारे में सशंकित दिखाई दिए.
सर्वे में शामिल 10 में से सात भारतीयों (68%) का मानना है कि भारत का वैश्विक प्रभाव बढ़ रहा है. हालांकि, 19 फीसदी का मानना है कि भारत के प्रभाव में कोई बदलाव नहीं आया है. जबकि 13 फीसदी का मानना है कि भारत हाल के वर्षों में कमजोर हुआ है.
अन्य देशों की राय क्या है? (19 देशों का मत शामिल है)
48 प्रतिशत आबादी का मानना है कि हाल के वर्षों में भारत के प्रभाव में कोई बदलाव नहीं आया है.
28 फीसदी लोगों का मानना है कि भारत का प्रभाव बढ़ा है.
13 फीसदी का मानना है कि भारत कमजोर हो गया है.
अधिकांश देशों की आबादी भारत के प्रति अनुकूल दृष्टिकोण रखती है, लेकिन यूरोपीय लोगों ने समय के साथ इसके प्रति नकारात्मक नजरिया रखना शुरू कर दिया है.
सर्वे के अनुसार, सभी पांच यूरोपीय देशों में जहां पिछला डेटा उपलब्ध है, भारत के प्रति अनुकूल विचारों में लगभग 10 प्रतिशत या उससे अधिक की गिरावट आई है.
भारत के प्रति फ्रांस के अनुकूल दृष्टिकोण में सबसे तेज गिरावट आई है.
2008 में 70 प्रतिशत फ्रांसीसी लोगों का भारत के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण था, जबकि 2023 में केवल 39 प्रतिशत का ही ऐसा मानना है.
सर्वेक्षण में कहा गया है कि फ्रांसीसी वयस्कों के भी भारत पर राय साझा करने की संभावना 2008 की तुलना में कम है.
सर्वेक्षण के अनुसार, 10 में से 6 भारतीय (62 %) कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रति अनुकूल दृष्टिकोण रखते हैं. इसमें से 26 % लोग उनको काफी ज्यादा पसंद करते हैं.
34 % लोग कांग्रेस नेताओं पसंद नहीं भी करते हैं.
46 % और 42 प्रतिशत भारतीय भी कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी के प्रति अनुकूल दृष्टिकोण रखते हैं
नोट: यह सर्वेक्षण 25 मार्च से 11 मई 2023 के बीच आयोजित किया गया था. राहुल गांधी को 23 मार्च को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था और इस महीने की शुरुआत में उनकी सदस्यता बहाल कर दी गयी थी.
जिन भारतीयों से बातचीत की गई, उनमें से 57 प्रतिशत का रूस के प्रति अनुकूल दृष्टिकोण है, 59 प्रतिशत भारतीयों को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर भरोसा है.
उल्लेखनीय बात यह है कि 22 देशों में औसतन 14 प्रतिशत आबादी रूस के बारे में समान दृष्टिकोण रखती है.
65 प्रतिशत भारतीय भी संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रति अनुकूल दृष्टिकोण रखते हैं.
हालांकि, भारतीय चीन के प्रति आलोचनात्मक दृष्टिकोण रखते हैं, जिससे चीन एक मात्र मध्यम-आय वाला देश हो गया है, जहां बहुमत का उसके प्रति प्रतिकूल दृष्टिकोण (67 प्रतिशत) है.
सर्वे में कहा गया है कि लगभग 10 में से 7 भारतीयों का पाकिस्तान के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण है. इनमें से 57 फीसदी पड़ोसी देश के बारे में बेहद प्रतिकूल राय रखते हैं.
सर्वे में कहा गया है, ''2013 में पहली बार सवाल पूछे जाने के बाद से पाकिस्तान के बारे में भारतीयों के विचार लगातार प्रतिकूल रहे हैं, देश के बारे में प्रतिकूल दृष्टिकोण रखने वालों की हिस्सेदारी कभी भी 60 प्रतिशत से कम नहीं हुई है.
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