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एडल्ट मैग्जीन प्लेबॉय के फाउंडर और ‘सेक्स रिवोल्यूशन’ लाने वाले ह्यूग हेफनर का बुधवार रात निधन हो गया. 91 साल के हेफनर कई दिनों से बीमार थे. उनका निधन उनके घर प्लेबॉय मेंशन में हुआ. वो अपनी लाइफस्टाइल और विवादों की वजह से सुर्खियों में रहे. 1953 में शुरू हुई उनकी मैग्जीन युवाओं के बीच काफी फेमस हुई. प्लेबॉय एंटरप्राइजेस ने उनके निधन की जानकारी ट्विटर पर शेयर की है.
हेफनर ने 600 डॉलर के साथ प्लेबॉय शुरू की थी. देखते ही देखते मैग्जीन ने अरबों डॉलर का बिजनेस खड़ा कर लिया. 70 के दशक में तो मैग्जीन अपने गोल्डन एरा में थी.
पहली मैग्जीन के सेंटरफोल्ड पेज में मशहूर एक्ट्रेस मर्लिन मुनरो का न्यूड फोटो छापा गया था, जिसे देख पूरे अमेरिका में हंगामा मच गया. लेकिन मैग्जीन ने सेंटरफोल्ड पेज पर न्यूड फोटो छापना जारी रखा.
आखिरी बार मैग्जीन में 2016 के जनवरी-फरवरी के अंक में पामेला एंडरसन की न्यूड फोटो छापी गई थी. हालांकि हाल ही में मैग्जीन के चीफ क्रिएटिव ऑफिसर कूपर हेफनर ने कहा कि प्लेबॉय में दोबारा न्यूड फोटो पब्लिश होंगी. कूपर, ह्यूग हेफनर के बेटे हैं.
लेकिन प्लेबॉय एंटरप्राइसेस अब टेलीविजन नेटवर्क, वेबसाइट्स, मोबाइल प्लेटफॉर्म्स और रेडियो के जरिए युवाओं तक एडल्ट कंटेंट पहुंचा रहा है.
हेफनर ने सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में कहा था,
उन्होंने कहा, "मैं एक बच्चा हूं जिसने सपना देखा और इसे साकार किया."
हेफनर की ‘प्लेबॉय’ की तर्ज पर भारत में भी कई मैग्जीन शुरू करने की कोशिश की गई. इसमें से एक थी डेबोनेयर. इसे आउटलुक के एडिटर रहे चर्चित पत्रकार विनोद मेहता ने शुरू किया था.
हेफनर को अब नहीं रहे लेकिन उनकी ‘प्लेबॉय’ अब भी जारी है. देखना होगा कि अब उनके बेटे क्या इस मैग्जीन के उस जादू को बरकरार रख पाएंगे, जिसकी शुरुआत उनके पिता ने की थी.
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