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यूक्रेन (Ukraine) के साथी पोलैंड ने उसे हथियार सप्लाई नहीं करने की घोषणा की है. यह बयान यूक्रेन से हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया आने वाले अनाज और अन्य खाद्य उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने पर, इनके खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) में यूक्रेन के शिकायत दर्ज करने के एक दिन बाद आया है. पोलैंड और यूक्रेन में अनाज के एक्सपोर्ट को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है.
पोलैंड के प्रधानमंत्री 'माटुस्ज मोराविएकी' ने कहा है कि वो यूक्रेन को हथियार देने की जगह अपने देश में ज्यादा मॉडर्न और एडवांस वेपेन जुटाने पर फोकस करेंगे.
पोलैंड जंग की शुरुआत से यूक्रेन का साथ देता आया है. सबसे पहले यूक्रेन को फाइटर जेट देने की घोषणा पोलैंड ने की थी. पोलैंड ने ही जर्मनी से यूक्रेन को लेपर्ड दो बैटल टैंक देने की अपील भी की थी. जंग के बाद से पोलैंड अब तक यूक्रेन के लाखों लोगों को पनाह दे चुका है.
यूक्रेन ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन में कई देशों की तरफ से लगाए गए अनाज बैन के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. उसने पोलैंड समेत कई देशों पर अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. यूक्रेन की इकोनॉमी मिनिस्टर ने कहा- “ये बेहद जरूरी है कि हम ये साबित करें कि कुछ देश अकेले यूक्रेनी सामान के इम्पोर्ट पर बैन नहीं लगा सकते हैं.”
पोलैंड ने जेलेंस्की के इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने जंग के पहले दिन से यूक्रेन का साथ दिया है. पोलैंड ने यूक्रेन के केस का विश्व व्यापार संगठन (WTO) मे विरोध किया.
जंग की वजह से 'ब्लैक सी' के रास्ते को बंद करने पर अनाज विवाद शुरू हुआ. जिसकी वजह से यूक्रेन का अनाज दुनियाभर के कई देशों में न जाकर सेंट्रल यूरोप के देशों में रह गया. जिसके कारण यूरोप के कई देशों के किसान परेशान हो गए, क्योंकि उनकी अपनी फसलो की कीमत बहुत कम हो गई है. इसे देखते हुए यूरोपियन यूनियन ने अनाज के इम्पोर्ट पर बैन लगा दिया.
हंगरी और स्लोवाकिया ने यूरोपीय संघ द्वारा बैन हटाने की मांग के बावजूद अपने किसानों के व्यवसाय के बारे में चिंताओं का हवाला देते हुए प्रतिबंध को बढ़ाने की घोषणा की है.
मई में, यूरोपीय आयोग ने, बुल्गारिया और रोमानिया को यूक्रेनी गेहूं, मक्का, रेपसीड और सूरजमुखी के बीज की घरेलू बिक्री पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाने की अनुमति दी, जबकि अन्य स्थानो पर निर्यात के लिए की अनुमति दी थी.
हालांकि, पिछले हफ्ते आधिकारिक तौर पर प्रतिबंध समाप्त होने के बाद, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया ने बैन जारी रखा, जिससे कीव अपने पड़ोसियों पर अपने बाजार खोलने से इनकार करने पर मुकदमा करने के लिए आगे बढ़े.
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