Home News World ‘ट्रंप ने 466 दिन में अब तक 3001 झूठे या भ्रामक दावे किए’
‘ट्रंप ने 466 दिन में अब तक 3001 झूठे या भ्रामक दावे किए’
हर दिन औसतन 6.5 गलत दावे करते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति
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ट्रंप प्रशासन में एक और विकेट गिरा! गृह सुरक्षा सलाहकार का इस्तीफा
(फोटो: AP)
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डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति बने 466 दिन हो चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 3001 झूठे या गलत दावे किए हैं यानी हर दिन करीब 6.5 झूठ. वॉशिंगटन पोस्ट ने अमेरिकी राष्ट्रपति के हर दावे की पड़ताल करने वाली एजेंसी फैक्ट चेकर की हवाले से बताया है कि ट्रंप के ज्यादातर दावे भ्रामक निकले हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक झूठे दावे पकड़ने का प्रोजेक्ट जब शुरू किया गया था तो ट्रंप के पहले 100 दिन में रोजाना औसतन 4.9 भ्रामक दावे करने का रिकॉर्ड था. लेकिन अब ये एवरेज बढ़कर रोजाना 6.5 हो गया है.
दावा किया गया है ट्रंप की आदत है कि वो खुलकर बार बार झूठे या भ्रामक बयान देते हैं. फैक्ट चेकर के एनालिसिस के मुताबिक 113 दावे ऐसे हैं जो राष्ट्रपति ट्रंप ने बार बार किए हैं जबकि वो भ्रामक हैं.
भ्रामक दावे और असलियत
राष्ट्रपति ने 72 बार दावा किया है कि उन्होंने इतिहास की सबसे बड़ी टैक्स कटौती की, जबकि असलियत ये है कि यह टैक्स कटौती आठवें नंबर पर आती है
ट्रंप ने 53 बार दावा किया है कि राष्ट्रपति चुनाव में रूस का दखल की जांच में कोई दम नहीं है ये बेकार का विवाद है, जबकि अब तक हुई जांच से साफ है कि रूस ने चुनाव में दखल दिया
ट्रंप बार बार ये दावा करते हैं कि अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर दीवार बनने के बाद ड्रग्स का कारोबार थम जाएगा, जबकि उनके ही ड्रग एन्फोर्समेंट विभाग का कहना है कि इससे रोकथाम नहीं रुकेगी क्योंकि अमेरिका में ड्रग्स वैध तरीके से नहीं आती
ट्रंप 5 हफ्ते में 13 बार कह चुके हैं कि सीमा पर दीवार बनाने का जो दावा किया गया था वो पूरा हो चुका है, जबकि हकीकत है कि अमेरिकी कांग्रेस ने अभी तक इसकी फंडिंग को ही मंजूरी नहीं दी.
ट्रंप ने दावा किया कि उनके चुने जाने के बाद से 30 लाख नई नौकरियों के मौके बने हैं, जबकि ये तादाद 25 लाख ही है.
उनका दावा है कि उनके आने के बाद कई सालों में पहली बार सैलरी में बढ़ोतरी हुई है जबकि 2014 से लगातार लोगों की सैलरी बढ़ रही है.
ट्रंप ने दावा किया कि मिशीगन ग्रैंड रेपिड में रैली में 32000 लोग उन्हें सुनने आए थे, जबकि लोकल मीडिया ने दावा किया कि मुश्किल से 8000 लोग ही मौजूद थे
कई सामान्य बातें भी ट्रंप गलत बोल देते हैं, जैसे फ्रैंकलिंन रूजवेल्ड 16 साल तक अमेरिकी राष्ट्रपति रहे जबकि वो 12 साल रहे.
ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका से फायदा उठाने के लिए यूरोपीय यूनियन बनाई गई, जबकि हकीकत ये है कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद शांति बढ़ाने के लिहाज से अमेरिका की सहमति के साथ बनाया गया
ट्रंप ने दावा किया कि उनके अनुरोध के बाद चीनी राष्ट्रपति जी जिनपिंग ने अमेरिकी बीफ इंपोर्ट को मंजूरी दी, जबकि हकीकत ये है कि ये मंजूरी बराक ओबामा के कार्यकाल में ही मिल चुकी थी.
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