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प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल ने शाही परिवार से अलग होने के लिए औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिसके तहत उन्हें शाही उपाधि ‘हिज और हर रायल हाइनेस’ (एचआरएच) छोड़नी होगी और उन्हें सार्वजनिक कोष का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा. इस समझौते का मतलब है कि दंपति अब आधिकारिक क्षमता में महारानी का प्रतिनिधित्व नहीं करेगा.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने कहा कि यह समझौता कई महीनों की चर्चा के बाद हुआ है और यह उनके पोते और उनके परिवार के लिए सही है. महारानी के निजी बयान में कहा गया, “हैरी, मेगन और आर्ची हमेशा मेरे परिवार के बेहद प्रिय सदस्य रहेंगे.”
क्वीन ने ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल देशों के लिए किए गए कामों के लिए हैरी-मेगन को शुक्रिया करते हुए कहा,
महारानी ने कहा कि उन्हें ‘‘खासकर मेगन पर गर्व है जो बहुत जल्द परिवार का हिस्सा बन गई’’ यह मेरे पूरे परिवार की कामना है कि आज के समझौते से दंपती को खुशहाल औैर शांतिपूर्ण नया जीवन जीने का मौका मिले.”
पैलेस ने इस बात की पुष्टि की है कि हैरी-मेगन को आधिकारिक सैन्य नियुक्तियों समेत तमाम शाही कर्तव्य छोड़ने होंगे.
पैलेस ने कहा, “वे महारानी का अब आधिकारिक रूप से प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे, लेकिन ससेक्सेज ने स्पष्ट कर दिया है कि वे जो कुछ भी करेंगे वे महामहिम के मूल्यों को बरकरार रखेगा.”
पैलेस ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर और भविष्य में हैरी-मेगन के लिए इस बिल का भुगतान कौन करेगा, इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हैरी और मेगन ने अपने आधिकारिक ससेक्स रॉयल वेबसाइट पर अपना खुद का अपडेट भी जारी किया, जिसके शुरुआती पेज पर एचआरएच उपाधियों के संदर्भ हटा कर उसे अपडेट कर दिया गया है.
उनकी वेबसाइट पर नजर आ रहे बयान में कहा गया,
मेगन अपने आठ महीने के बेटे आर्ची के साथ पहले से कनाडा में हैं और कुछ खबरों में कहा गया है कि वह लंबित शाही कार्यों के लिए कुछ समय के लिए ब्रिटेन लौट सकती हैं जब तक कि नया समझौता अमल में नहीं आ जाता.
इस बीच, प्रिंस हैरी तब तक अपने शाही कर्तव्य निभाते रहेंगे. इनमें सोमवार को लंदन में अफ्रीकी नेताओं का शिखर सम्मेलन भी शामिल है.
धीरे-धीरे वह स्थायी रूप से इन भूमिकाओं से पीछे हट जाएंगे, रॉयल मरीन्स के कैप्टन जनरल (ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग द्वारा दिया गया पद) के तौर पर अपनी सैन्य भूमिकाओं को, आरएएफ होनिटन में ऑनररी एयर कमांडेंट और स्माल शिप्स एंड डाइविंग के कोमोडर इन चीफ जैसी सैन्य भूमिकाओं को छोड़ देंगे. “मेक्गिट’’ कहे जा रहे इस समझौते के तहत, दंपति उन्हें हाल में मिली भूमिकाएं भी गंवा देंगे, जहां उन्हें राष्ट्रमंडल का युवा राजदूत बनाया गया था.
हालांकि निजी धर्मार्थ कार्यों को पूरा करने के उनके कदम के तहत, वे महारानी के राष्ट्रमंडल न्यास के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बने रह सकते हैं.
यह दंपति को आर्थिक आजादी देगा जो वे मांग रहे थे और इसका मतलब है कि ब्रिटेन के करदाताओं के पैसे से चलने वाले सोव्रन ग्रांट के हिस्से पर उनकी अब पहुंच नहीं होगी.
कुछ खबरों के मुताबिक, दंपति को हैरी के पिता प्रिंस चार्ल्स से “निजी आर्थिक मदद” के तौर पर गुप्त राशि मिलती रहेगी. हैरी और मेगन ने अपनी इस योजना के ऐलान से पूरे देश को चौंका दिया था कि वे ब्रिटेन और उत्तरी अमेरिका के बीच अपना समय बिताने के लिए खुद को शाही भूमिका से अलग कर रहे हैं.
दोनों ने महारानी से सलाह मशविरा किए बिना यह घोषणा की थी जिसे ब्रिटेन के शाही खानदान के भीतर बिखराव के रूप में देखा जा रहा है.
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