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95 वर्षीय इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) की मृत्यु और उसके बाद लॉ-एंड-आर्डर की स्थिति को संभालने को लेकर UK की सरकार कितनी गंभीर है, इसका खुलासा एक लीक हुए डॉक्यूमेंट से हुआ है. इसके अनुसार सरकार महारानी के निधन के बाद सिक्योरिटी ऑपरेशन के रूप में शाही परिवार और सरकार के ऑफिसियल सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लैकआउट करेगी और रीट्वीट पर बैन लगाएगी .
“ऑपरेशन लंदन ब्रिज” कोडनाम वाले इस प्लान का कुछ हिस्सा पहली बार 2017 में न्यूजपेपर गार्जियन के हाथ लगा था लेकिन अब मीडिया हाउस ‘पोलिटिको’ को हाथ पूरा डॉक्यूमेंट लगा है. “ऑपरेशन लंदन ब्रिज” महारानी के अंतिम संस्कार की व्यवस्था के पैमाने और सरकार की चिंताओं के बारे में स्पष्ट संकेत देता है.
“ऑपरेशन लंदन ब्रिज” में सोशल मीडिया स्ट्रैटजी एक प्रमुख अंग है.डॉक्यूमेंट के अनुसार शाही परिवार की वेबसाइट को एक ब्लैकआउट किया जायेगा और महारानी की मृत्यु की पुष्टि करने वाला एक छोटा सा बयान जारी किया जायेगा .
“ऑपरेशन लंदन ब्रिज” के अनुसार महारानी के ताबूत को बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर पैलेस तक एक जुलूस के साथ ले जाने की योजना है. यहां पर उनका शरीर जो जनता के लिए तीन दिनों तक 23-23 घंटे तीन के लिए खुला रहेगा. वीआईपी के लिए टाइम स्लॉट वाले टिकट जारी किए जाएंगे.
महारानी की मृत्यु पर प्रधान मंत्री को एक सिविल सेवक द्वारा सूचित किया जाएगा कि "लंदन ब्रिज डाउन है", जबकि मृत्यु की घोषणा पीए मीडिया वायर पर एक न्यूज़फ्लैश के माध्यम से की जाएगी .
जहां “ऑपरेशन लंदन ब्रिज” महारानी के निधन से जुड़ा है वही “ऑपरेशन स्प्रिंग टाइड” कीयोजनाएं यह निर्धारित करती हैं कि चार्ल्स उसके बाद कैसे सिंहासन पर काबिज होंगे .रक्षा मंत्रालय सभी सलामी स्टेशनों पर तोपों की सलामी की व्यवस्था करेगा और राष्ट्रीय दो मिनट के मौन की घोषणा की जाएगी .यूके की संसद और स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड की विधायिका स्थगित हो जाएगी .
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