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रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine War) के बीच जारी युद्ध के बीच यूक्रेन ने दावा किया था कि उसने रूस (Russia) के युद्धपोत Moskva को नेपच्यून मिसाइल से मार गिराया है. अब खबर आ रही है कि यूक्रेन के हमले की वजह से काला सागर (Black Sea) में एक महत्वपूर्ण युद्धपोत खोने के बाद रूस ने यूक्रेन की रॉकेट फैक्ट्री पर ही हमला कर दिया है.
न्यूज एजेंसी एएफपी के एक पत्रकार के मुताबिक रात भर हुए हमले में यूक्रेन की राजधानी के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित विजार प्लांट गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है.
रूस ने कहा कि उसने कारखाने को खत्म करने के लिए समुद्र-आधारित लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल किया था. यूक्रेन के राज्य हथियार निर्माता (state weapons manufacture) का कहना है कि इसी कारखाने में नेप्च्यून क्रूज मिसाइलों को तैयार किया जाता था.
इन दो हफ्तों में यूक्रेन की राजधानी के आसपास यह पहला बड़ा रूसी हमला था. पेंटागन के एक आधिकारिक ब्रीफिंग में पत्रकारों को बताया गया कि यूक्रेन ने दो नेपच्यून मिसाइल से युद्धपोत Moskva पर हमला किया था. हालांकि रूस ने इसे नकारते हुए दावा किया था कि जहाज का उबड़-खाबड़ समुद्र में संतुलन खो गया था. रूस के रक्षा मंत्रालय के अनुसार विस्फोट हुआ, जिसके बाद Moskva cruiser को खींच कर बंदरगाह पर ले जाना पड़ा और इसी क्रम में वह डूब गया.
12,500 टन वजन वाला Moskva cruiser कई एंटी-शिप पिछले सात हफ्ते के संघर्ष में रूस के नौसैनिक प्रयासों का नेतृत्व कर रहा था. सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस Moskva1983 में कमीशन (शामिल) किया गया था. Moskva cruiser जहाज कम से कम 440 मील (700 किमी) की मारक क्षमता के साथ 16 एंटी-शिप वल्कन क्रूज मिसाइलों से लैस था.
रिपोर्ट के मुताबिक इसपर S-300 एंटी-एयर मिसाइल भी थे जो क्रीमिया और यूक्रेन के Kherson प्रांत पर रूस की हवाई श्रेष्ठता के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं. दोनों ही क्षेत्र अब रूस के कब्जे में है.
अगर यूक्रेन के नेपच्यून या RK-360MC की बात करें तो ये एक एंटीशिप मिसाइल है. इसमें R-360 एंटी-शिप क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल किया गया है. यूक्रेन ने साल 2014 में रूस के क्रीमिया पर कब्जे के बाद जल्दीबाजी में इसे विकसित किया था. इस मिसाइल की ऑपरेशनल रेंज 280 किलोमीटर है. इसका वजन 870 किलोग्राम है, जिसमें 150 किलोग्राम का हथियार यानी वॉरहेड लगाया जा सकता है.
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