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रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच कई दिनों से जारी जंग अब तक खत्म नहीं हो पाई है और न ही इसका कोई समाधान निकलने के आसार नजर आते हैं. अमेरिका खुल कर रूस के खिलाफ यूद्ध न लड़ने और कूटनीति के जरिए जवाब देने में जरूर लगा है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि "रूस के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए अमेरिका का यूक्रेन में सैनिकों को भेजने का कोई इरादा नहीं है...हमारी चिंता ये है कि विश्व युद्ध को कैसे रोका जाए."
अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से प्रभावित लोगों का समर्थन करने के लिए यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) के जरिए मदद की घोषणा की है. इस घोषणा के तहत अमेरिकी सरकार से नई मानवीय सहायता में लगभग 53 मिलियन डॉलर की मदद प्रभावित लोगों को मिल सकेगी.
अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का कहना है कि यूक्रेन के लोगों की मानवीय और सुरक्षा जरूरतों के लिए जो आवश्यक है, उसका समर्थन करने के लिए हम एकजुटता के साथ सब कुछ करेंगे.
लेकिन इन सबके बीच रॉयटर्स के मुताबिक व्हाइट हाउस का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन पर युद्ध के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए शुक्रवार को और घोषणाएं की जाएंगी.
रूस-यूक्रेन के बीर जारी तनाव में यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूस ने यूक्रेन में सीजफायर के बादजूद मारियोपोल में मानवीय गलियारे पर बाधा खड़ी की है.
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो हफ्तों से चल रहे संघर्ष के बाद गुरुवार, 10 मार्च को टॉप लेवल की बातचीत हुई, जिसमें कोई सफलता नहीं हासिल हो सकी है. रूसी सेना यूक्रेन के प्रमुख शहरों में पहुंच चुकी है, जिससे नागरिकों में डर का माहौल बना हुआ है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि पिछले दो दिनों में लगभग 1 लाख लोगों ने देश के शहरों को खाली कर दिया. उन्होंने रूसी सेना पर मारियुपोल शहर में ह्यूमेनिटेरियन कॉरिडोर को टारगेट करने का आरोप लगाया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के इकोनॉमिक एडवाइजर ओलेग उस्तेंको ने गुरुवार को कहा कि रूसी सैनिकों ने अब तक लगभग 100 अरब डॉलर के बुनियादी ढांचे, इमारतों और अन्य भौतिक संपत्तियों को खत्म कर दिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के मुख्य आर्थिक सलाहकार उस्तेंको ने कहा कि युद्ध की वजह से यूक्रेन के 50% बिजनेस पूरी तरह से बंद हो गए हैं.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष को खत्म करना चाहता है. TASS न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सर्गेई लावरोव ने कहा कि मास्को ने कभी युद्ध नहीं चाहा.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंक्सी ने कहा है कि वह अब अपने देश के लिए NATO सदस्यता के लिए दबाव नहीं डाल रहे हैं. ये मसला कीव और मॉस्को के बीच विवाद की एक बड़ी वजह था.
गुरुवार, 10 मार्च को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि मॉस्को के खिलाफ पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से वैश्विक खाद्य कीमतें बढ़ सकती हैं क्योंकि रूस उर्वरकों के दुनिया के प्रमुख उत्पादकों में से एक है, जो ग्लोबल सप्लाई चैन के लिए जरूरी है.
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